Moon Moon Sen: बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा रह चुकीं मुनमुन सेन ने अपने समय में स्क्रीन पर कई बार बोल्ड सीन दिए। ग्लैमर की दुनिया में अपना जलवा बिखेरने के बाद मुनमुन ने राजनीति की दुनिया में भी कदम रखा। साल 2014 में तृणमूल कांग्रेस पार्टी जॉइन करने वाली मुनमुन ने बंकुआर (Bankura ) से लोकसभा का चुनाव जीता था। अब साल 2019 में भी मुनमुन ने तृणमूल कांग्रेस की तरफ से चुनावी मैदान में उतरी हैं।
9 बार एमपी रह चुके कम्युनिस्ट पार्टी के Basudeb Acharia को हरा चुकीं मुनमुन इस बार सामने खड़े प्रतिद्वंदी को कैसे परास्त करती हैं ये देखना बहुत दिलचस्प है। बात करें मुनमुन के साल 2014 के उस दौरे की जब मुनमुन बंकुआर गई थीं। तब उन्हें धूल से प्रोटेक्ट करने के लिए रास्तों की जमकर सफाई-धुलाई कराई गई थी। जी हां, ‘मुनमुन के चेहरे पर धूल न लग जाए’ इसके लिए वहां के लोकल पंचायत के ठेकेदारों ने सड़कों को गांव के लेगों से धुलवाया था।
यहां उस साल मुनमुन के साथ उनकी दोनों बेटियां रिया और रायमा सेन भी आए थे। मुनमुन को धूल से बचाने के लिए महिलाएं पानी की बाल्टियां लेकर उनके रास्तों पर घंटो खडी रही थीं। ताकि जब मुनमुन उस रास्ते से गुजरें तो धूल को बैठाने के लिए वह महिलाएं पानी डाल सकें।
बता दें, मुनमुन का असल नाम श्रीमती देवी वर्मा है। मुनमुन लेजेंड एक्ट्रेस सुचित्रा सेन और दीबानाथ सेन की बेटी हैं। मुनमुन एक रोयल परिवार से ताल्लुक रखती हैं। मुनमुन टीचर भी रह चुकी हैं। बाल्यागुंज गर्ल्स स्कूल में मुनमुन ने अध्यापिका के तौर पर भी काम किया था। वह फिल्म टेकनीक और ग्राफिक्स की टीचर रह चुकी हैं। फिल्म इंडस्ट्री जॉइन करने से पहले वह कलकत्ता में बाल्यागुंज उच्चय सरकारी स्कूल में अध्यापिका के तौर पर बच्चों को पढ़ा चुकी हैं।

