बीते कुछ दिनों के महिलाओं को पीरियड के दौरान छुट्टी देने को लेकर बहस छिड़ी है। हालांकि 24 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने पीरियड के दौरान छात्राओं और महिला कर्मचारियों को छुट्टी देने से संबंधित याचिका खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में याचिकाकर्ताओं को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के समक्ष अर्जी लगानी चाहिए। पीरियड के दर्द में काम पर जाना, या स्कूल कॉलेज जाना काफी मुश्किल होता है। बॉलीवुड एक्ट्रेसेस भी इसे लेकर बात कर चुकी है।
आलिया भट्ट ने कही थी पीरियड के दर्द में काम पर जाने की बात
कई दिनों पहले आलिया ने कहा था कि पीरियड के दौरान महिलाएं दर्स में अपने शरीर से लड़ रही होती हैं, जिससे वह कह सकते कि वह भी उतनी अच्छी हैं, जितने पुरुष। एक्ट्रेस ने कहा था कि पुरुष और महिलाएं समान हैं, लेकिन एक जैसी नहीं। उन्होंने ये भी कहा था कि पीरियड में काम पर जाना उनके लिए काफी परेशानी भरा होता है।
पीरियड नहीं रुढ़िवादी टैबू-तापसी पन्नू
एक्ट्रेस ने पीरियड को टैबू बनाने वाले लोगों पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि काश पीरियड को टैबू बनाने वाले रुढ़िवादी ही टैबू होते। उन्होंने कहा था कि खुले में पैड ले जाना गलत नहीं है। उनका कहना था,”काश पीरियड लीव लेना सामान्य बात होती और उसे बस दो दिन की समस्या कहना नहीं। काश ये कहना सामान्य होता कि मुझे पीरियड्स आ रहे हैं और ये कहना नहीं कि मेरी तबीयत खराब है या मैं परेशान हूं।”
पीरियड का दर्द भयानक होता है-नुसरत जहां
अभिनेत्री और सांसद नुसरत जहां का कहना है कि पीरियड में छुट्टी देनी चाहिए। पीरियड का दर्द कितना भयानक है, ज्यादातर महिलाएं इस बारे में बात नहीं करती हैं। उन्होंने कहा था,” जब आपका खून बह रहा हो, तब घर पर रहना ज्यादा आरामदायक होता है। महिलाओं को अपने मासिक धर्म को लेकर शर्म नहीं महसूस करनी चाहिए और ना ही अपना आत्मविश्वास खत्म करना चाहिए। बकौल नुसरत, यह कदम मेंस्ट्रुएशन को लेकर टैबू को तोड़ने में मदद करेगा, इसलिए काम करने वाली महिलाओं को ये छुट्टी लेने में कमजोर नहीं महसूस करना चाहिए।”
पीरियड में छुट्टी देना संवेदनशीलता है-मिमि चक्रवर्ती
मिमि चक्रवर्ती ने कहा था कि महिलाएं इस दौरान अलग तरह के दर्द से गुजरती हैं। इसलिए पीरियड में लीव का ऑप्शन देना संवेदनशीलता होना है। इसे सम्मान देना चाहिए, क्योंकि इस दौरान महिलाएं अलग ढंग से रिएक्ट करती है।