Vinod Khanna: दिग्गज अभिनेता विनोद खन्ना (Vinod Khanna) ने अपनी फिल्मों से जितना नाम कमाया, उससे कहीं ज्यादा चर्चा उनकी निजी और खासकर आध्यात्मिक जिंदगी की होती है। उस वक्त, जब मर्सिडीज स्टेटस सिंबल मानी जाती थी और ये कार चंद अमीरों के पास हुआ करती थी, तब विनोद खन्ना मर्सिडीज से नीचे कदम नहीं रखते थे। लेकिन उनकी जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आया, जब उन्हें टैक्सी में सफर करना पड़ा। जेब खाली थी और रहने को घर तक नहीं था। जो डायरेक्टर्स विनोद खन्ना के आगे-पीछे टहलते थे, बाद में विनोद खन्ना को उन्हीं डायरेक्टर्स के दफ्तर के चक्कर काटने पड़े।

करियर के पीक पर बने सन्यासी: अस्सी का दशक शुरू होते-होते विनोद खन्ना अपने करियर के पीक पर पहुंच गए थे। ‘कुर्बानी’ जैसी तमाम हिट फिल्में देकर उन्होंने अमिताभ बच्चन को पीछे छोड़ दिया, लेकिन उसी दौरान उन्होंने एक ऐसा फैसला लिया, जो उनके करियर पर ग्रहण की तरह लगा और फिर कभी इससे उबर नहीं पाए। ये साल था 1982। विनोद खन्ना ने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई और अचानक बॉलीवुड को अलविदा कहने का ऐलान कर दिया और तमाम दौलत-शोहरत छोड़कर वे आध्यात्मिक गुरु आचार्य रजनीश (ओशो) के पास अमेरिका चले गए। ओशो के आश्रम में विनोद खन्ना सादा जीवन व्यतीत करने लगे, बागवानी कर अपना समय काटा, लेकिन करीब 5 साल बाद उनका मन उचट गया और वापस बॉलीवुड की ओर रुख किया।

लौटे तो रहने को घर तक नहीं था: विनोद खन्ना ने साल 1971 में कॉलेज की दोस्त गीतांजलि से शादी की थी और 1975 आते-आते उनके दो बेटे, राहुल खन्ना और अक्षय खन्ना भी हो गए, लेकिन उन्होंने जब सन्यास की राह चुनी तो किसी की फिक्र नहीं की। सब कुछ छोड़-छाड़कर अमेरिका चले गए। इसके बाद पत्नी गीतांजलि से भी उनकी दूरी बढ़ने लगी और साल 1985 में दोनों अलग हो गए। 1987 में जब वे दोबारा इंडिया लौटे तब तक उनकी चमक फीकी पड़ गई थी। न रुतबा बचा था और न पैसा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस दौर में विनोद खन्ना को तमाम आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रहने को कोई ठिकाना तक नहीं था। अक्सर टैक्सी में फिल्म डायरेक्टर्स के ऑफिस के चक्कर काटते दिखाई पड़ते। फिर उन्हें महेश भट्ट और मुकेश भट्ट ने सहारा दिया। कुछ फिल्में मिलीं।

दूसरी शादी का ऐलान कर सबको चौंका दिया: इसी दौर में उनकी मुलाकात मशहूर बिजनेसमैन सरयू दफ्तरी की बेटी कविता दफ्तरी से हुई। दोनों कुछ वक्त तक एक-दूसरे को डेट करते रहे। साल 1990 में विनोद खन्ना ने अपनी उम्र से 16 साल छोटी कविता से शादी का ऐलान कर सभी को चौंका दिया। कविता और विनोद खन्ना के दो बच्चे भी हैं, बेटा साक्षी और बेटी श्रद्धा। 1990 के बाद विनोद खन्ना का जीवन पटरी पर तो लौटा, लेकिन फिर वो रुतबा हासिल नहीं हो पाया, जिसे अचानक छोड़कर वे सन्यासी बन गए थे।