हिंदी सिनेमा के मशहूर विलेन रंजीत अभिनय में कदम रखने से पहले भारतीय वायुसेना में थे। हालांकि ट्रेनिंग में ही उन्हें वहां से निकाल दिया गया था। ट्रेनिंग इंचार्ज से उनकी लड़ाई हो गई थी जिसके बाद ख़राब बर्ताव के आरोप में उन्हें एयरफोर्स से निकाल दिया गया था। इस किस्से का ज़िक्र खुद रंजीत ने किया था। उन्होंने बताया था कि इंचार्ज की बेटी से उनकी दोस्ती थी। इस बात की खबर जब उसे हुई तो उसने रंजीत का करियर बर्बाद करने की धमकी दे डाली थी।
रंजीत ने संसद टीवी के कार्यक्रम, ‘गुफ्तगू’ में बताया था, ‘मैं हिंदू कॉलेज में पार्ट टू में था और तभी एयरफोर्स में मेरा सिलेक्शन हो गया। पढ़ाई छोड़कर मुझे ट्रेनिंग के लिए कोयम्बटूर जाना पड़ा। वहां चार पांच महीने के बाद ही मैं एयरफोर्स से निकाल दिया गया था। हमारे इंस्ट्रक्टर से कुछ लफड़े हो गए तो बुरा बर्ताव के आरोप में मुझे उन्होंने बाहर निकाल दिया।’
जब उनसे पूरी कहानी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया, ‘कैंपस में हमारे ऑफिसर्स की फैमिली भी रहती थी। सरदार जी हमारे इंस्ट्रक्टर थे और उनकी एक बेटी थीं। मैं उनसे मिला करता था और हम कई विषयों पर बात करते थे। वैसे मैं काफी शर्मिला लड़का था। हमारे इंस्ट्रक्टर साहब ने हम दोनों को एक-दो बार देखा होगा। हम खुले मैदानों में मिलते थे और ऐसा नहीं कि रोज ही मिलते थे। जब उन्होंने देखा होगा शायद तभी हम मिल रहे होंगे।’
रंजीत ने आगे बताया था, ‘इंस्ट्रक्टर ने मुझे डांटा और गाली भी दी। उन्होंने मुझे धमकी दी कि मैं तेरा करियर बर्बाद कर दूंगा। उन्हें तो ये बात मालूम नहीं थी कि हम बस दोस्त थे। मैंने भी उनको गुस्से में जवाब दे दिया कि तुम मेरा करियर क्या बनाओगे, वो तो ऊपर वाला बनाता है। रहा लड़की का सवाल तो तुम अपनी लड़की को संभालो। मुझे कहते हो कि अगर तुम मेरे बेटी के आस पास भी दिखे तो करियर बर्बाद कर दूंगा, अपनी बेटी को संभालो। तो मैं लड़की की वजह से एयरफोर्स से निकाल दिया गया।’
रंजीत ने फिल्मों में बहुत नाम कमाया। हालांकि नेगेटिव किरदारों का उनकी निजी जिंदगी पर भी असर हुआ। जब उन्होंने अपनी पहली ही फिल्म, ‘शर्मीली’ में नेगेटिव किरदार निभाया तो उनके घर वाले उनसे बहुत नाराज़ हुए थे। उनके घर वालों ने उन्हें घर से ही निकाल दिया था। रंजीत ने बताया था कि घरवालों को लगा कि ऑफ स्क्रीन भी रंजीत ऐसी ही हरकतें करते हैं और लड़कियों के साथ असल में बुरा बर्ताव करते हैं।