पंजाब के मलोट शहर में बीजेपी विधायक अरुण नारंग के साथ कुछ लोगों द्वारा मारपीट के मामले में पुलिस ने हत्या की साजिश समेत कई धाराओं के तहत क़रीब 300 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शनिवार को हुई इस घटना में अरुण नारंग पर किसान आंदोलन से जुड़े कुछ लोगों ने हमला कर दिया और उनके कपड़े फाड़ दिए।उनके चेहरे पर कालिख पोत दी गई। हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें बचा लिया। इस घटना पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने एक टिप्पणी की है जिस पर संबित पात्रा सहित कई लोगों ने आपत्ति जताई है।

कांग्रेस नेता ने लिखा, ‘भाजपा MLA को किसानों ने नंगा कर दिया। गुनाह किसी का सजा किसी को।’ उनके इस ट्वीट पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा भड़क गए और उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘कांग्रेस शासित राज्यों में तथाकथित किसानों द्वारा लिंचिग के प्रयास को सेलिब्रेट करना दयनीय है। कल्पना कीजिए कि यही अगर बीजेपी शासित राज्य में किसी कांग्रेस नेता के साथ हुआ होता तो लिबरल्स, बंटी और बबली कितना हल्ला मचाते।’

न्यूज 18 इंडिया के पत्रकार अमीश देवगन ने भी इस मुद्दे पर अपनी नाराज़गी जाहिर की। उन्होंने कांग्रेस नेता का ट्वीट शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘आचार्य जी का इस हमले को जस्टिफाई करना लोकतंत्र नहीं है बल्कि अराजकता है। सभी पार्टियों को साथ आकर इस घटना की निंदा करनी चाहिए।’

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने भी आचार्य प्रमोद की टिप्पणी पर उन्हें लताड़ा है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, ‘धैर्य और संस्कारों को कमजोरी ना समझिए। सत्ता के नशे में कांग्रेस जो घटिया हरकत कर घमंड से इतरा रही है, उसका जवाब इसी अंदाज में अगर देश भर से मिलने लगा तो पूरी खानदानी पार्टी को मुंह छिपाने की भी जगह ना मिलेगी। फिर भोपा लगाकर असहिष्णुता के टेसुए न बहाना।’

 

बीजेपी विधायक ने रविवार को एबीपी न्यूज से बातचीत में अपनी आपबीती सुनाई है। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से मॉब लिंचिंग होती है, वैसे मुझे मारा गया। उन्होंने कहा कि सीएम अमरिंदर सिंह को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।

 

इधर पंजाब के मुख्यमंत्री ने विधायक के साथ हुई इस घटना की कड़ी निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कारवाई करने की बात कही है।