भोजपुरी के पहले सिंगिंग रिएलिटी शो विनर और भोजपुरी सिंगर मोहन राठौर ने इस वजह का खुलासा किया है कि इतना पॉपुलर होने के बावजूद वे हीरो क्यों नहीं बन पाए। सिंगिंग रिएलिटी शो सुर संग्राम जीतने के बाद मोहन राठौर ने फिल्मों में एंट्री ली लेकिन एक ही फिल्म करने के बाद वे बड़े परदे से गायब हो गए। मोहन राठौर भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार पवन सिंह के साथ ‘जंग’ में नजर आए थे। लेकिन वे अननोटिस ही रह गए। इससे वे काफी नाराज भी हुए थे कि उन्हें फिल्म में साइड एक्टर बना दिया गया।

मोहन राठौर ने कहा कि सबसे पहले मैं एक सिंगर हूं और सिंगिंग में ही मुझे मजा आता है। सुर सग्राम का जब में विजेता बना और 25 लाख रुपया मिला उस वक्त सबकी निगाहें थी कि मैं कोई फिल्म करूं और वे लोग मुझे सराहें। मोहन राठौर ने कहा कि उनके लिए मैंने एक फिल्म की जंग लेकिन मुझे उस फिल्म में मिसयूज किया गया। फिल्म में मुझे पीछे पीछे लगा दिया गया। इसलिए सोचा कि फिल्म करना बेकार है। राठौर ने कहा कि जंग के वक्त ऐसा नहीं था कि मेरा प्रोफाइल पवन सिंह से कम था। जो लोग पवन सिंह को जानते थे वे मोहन राठौर को भी जानते थे।

मोहन राठौर ने फिल्म के प्रोड्यूसर पर आरोप लगाते हुए कहा कि पवन सिंह फिल्म के हीरो थे। प्रोड्यूसर को चाहिए था कि वे मेरे लिए अच्छा करते। मुझे लेकर एक फिल्म ही बना देते, साइड से क्यों घुसा दिए। मोहन राठौर ने आगे कहा कि उन्हें इस बात का बिल्कुल भी मलाल नहीं है कि वे हीरो नहीं बन पाए, जो कि भोजपुरी का चलन भी है कि सिंगर ही एक्टर बनता है। उन्होंने कहा कि वे राहत फतेह अली खान, सुखविंदर सिंह जैसे बॉलीवुड सिंगर्स को फॉलो करते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वे गुरु रंधावा के फ्लेवर का गाना भोजपुरी में बनाना चाहते हैं।

गौरतलब है कि मोहन राठौर गाजीपुर जिले के दिलदार नगर के रहने वाले हैं। वे भोजपुरी के पहले सिंगिंग रिएलिटी शो सुर संग्राम के संयुक्त विजेता बने थे। मोहन के साथ बिहार के आलोक कुमार भी विनर हुए थे। मोहन राठौर भोजपुरी के इकलौते सिंगर हैं जो साल 2014 में सिंगिंग रियलिटी शो “इंडिया के रॉ स्टार” में हिससा लिया था। मोहन ने 500 से अधिक फिल्मों के लिए 2000 से भी अधिक गाने गाए हैं। उन्होंने अब तक 28 से ज्यादा भोजपुरी संगीत एल्बम को अपनी आवाज दी है।