Bhojpuri Cinema:भोजपुरी फिल्म निर्देशक राजकुमार आर पांडे के बेटे और एक्टर प्रदीप पांडे चिंटू ने कहा है कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में वे नेपोटिज्म के उल्टे शिकार हुए हैं। हाल ही में अपने एक इंटरव्यू के दौरान चिंटू पांडे ने नेपोटिज्म को लेकर खुलकर बातें कीं। उन्होंंने कहा कि मैं उन सभी चीजों से गुजर चुका हूं जो हमारे दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के साथ हो चुका है। चिंटू पांडे ने कहा कि मैं नेपोटिज्म का उल्टा शिकार हुआ हूं।
चिंटू पांडे ने इस दौरान कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में पिता के इतने बड़े नाम होने के बावजूद लोगों ने हर संभव प्रयास किया कि इंडस्ट्री में मेरे नाम के प्रति नकारात्मकता फैल जाए और फिल्मों में मैं काम नहीं कर पाऊं। लोगों ने अंतिम क्षण तक प्रयास किए कि मैं फिल्मों से हट जाऊं। मेरी फिल्में ना चले। लेकिन जनता का साथ हमेशा मिला। उनका शुक्रिया करना चाहूंगा।
प्रदीप पांडे चिंटू ने आगे कहा कि आज जो कुछ भी हूं, उसमें मेरे सिनेमा परिवार का काफी बड़ा हाथ है। सबने मेरे पीछे काफी मेहनत की है। फिल्म इंडस्ट्री में सीनियर्स एक्टर को लेकर चिंटू पांडे ने कहा कि जो भी अपने को सीनियर्स कहते हैं उनका भी कर्तव्य है कि जो कुछ भी मैं गलत कहता हू, उसको नजरअंदाज करते हुए मेरे साथ रहें। मेरा हाथ पकड़ें।
अपने संग जुड़े विवादों को लेकर चिंटू पांडे ने कहा कि कुछ लोग व्यूज और टीआरपी को लेकर जातिवाद घुसा देते हैं। उन्हें कुछ नहीं मिलता जाति के नाम पर बोलने लगते हैं। लाइव आकर कई बार लोगों ने मेरे बारे में फालतू बातें बोलीं। लेकिन आजतक वैसे लोगों को मैंने कभी जवाब नहीं दिया हूं।
बता दें प्रदीप पांडे जिनको भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में चिंटू पांडे के नाम से जाना जाता है, मशहूर निर्देशक राजकुमार आर पांडे के बेटे हैं। चिंटू पांडे ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 2009 में पिता के निर्देशन में बनी भोजपुरी फिल्म दीवाना से की। इस फिल्म के लिए चिंटू पांडे को Jury Mention Award भी मिला था। चिंटू के पिता राजकुमार पांडे ने भोजपुरी में 25 से भी ज्यादा फिल्मों को निर्देशित कर चुके हैं। फिलहाल वह प्रोड्यूसर के तौर पर भी खुद को स्थापित कर लिया है। राजकुमार आर पांडे ने कई फिल्मों में संगीत भी दे चुके हैं।
