Kajri Teej 2025: भाद्रपद माह में आने वाली कजरी तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास माना जाता है। यह व्रत खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
रक्षाबंधन के तीसरे दिन आने वाला यह पर्व भादो के कृष्ण पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इस बार कजरी तीज का व्रत मंगलवार, 12 अगस्त 2025 को रखा जाएगा।
भोजपुरी गानों में कजरी तीज का रंग
भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री भी तीज जैसे पारंपरिक त्योहारों को लेकर पीछे नहीं है। इस मौके पर कई सुपरहिट गाने रिलीज किए जाते हैं। इन्हीं में से एक है अक्षरा सिंह का गाना – ‘चमके सेनूरा हमार’, जो कजरी तीज से पहले सोशल मीडिया और यूट्यूब पर छाया हुआ है।
गाने में अक्षरा सिंह को मंदिर में पूजा करते हुए दिखाया गया है। गाने के बोल में अक्षरा कहती हैं – निर्जल होकर तीज का व्रत किया है, भोले बाबा आपसे प्रार्थना करती हूं कि मेरा सिंदूर ऐसे ही चमकता रहे।
वो आगे गाती हैं कि फूल जैसे उनके पति का चेहरा खिला रहे और उन्हें दुनिया की सारी खुशियां उन्हें मिले।
लाल जोड़े में दुल्हन की तरह सजी अक्षरा सिंह का लुक बेहद खूबसूरत लग रहा है। गाने को आवाज भी अक्षरा सिंह ने दी है, वहीं गाने का म्यूजिक शिशिर पांडे ने दिया है और इसे लिखा है मनोज मतलबी ने। यह गाना Hari Bol यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है और अब तक इसे 1.7 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं।
गाने की पॉपुलैरिटी का राज़
भोजपुरी गाने हमेशा से त्योहारों और रीति-रिवाजों से गहराई से जुड़े होते हैं। खासकर तीज, छठ और सावन पर रिलीज हुए गाने महिलाओं में बेहद लोकप्रिय होते हैं। अक्षरा सिंह पर फिल्माये इस गाने में इस त्यौहार की खूबसूरत झलक देखने को मिलती है।
कब है कजरी तीज?
इस साल कजरी तीज का पर्व मंगलवार, 12 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करती हैं। यह व्रत स्त्रियों के सुहाग और परिवार की खुशहाली का प्रतीक है।
इस व्रत में महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और वैवाहिक सुख के लिए उपवास रखती हैं। खास बात यह है कि यह उपवास निर्जल यानी बिना पानी पिए रखा जाता है। महिलाएं पूरे दिन भूखी-प्यासी रहकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और शाम को विशेष पूजा होती है। इस दिन महिलाएं पारंपरिक श्रृंगार करती हैं और लाल या हरे रंग की साड़ी पहनती हैं।
कजरी तीज व्रत का महत्व
कजरी तीज को सुहागिन महिलाओं का सबसे पावन व्रत माना गया है। मान्यता है कि जो महिलाएं पूरी श्रद्धा से इस व्रत को करती हैं, उनके पति की उम्र लंबी होती है और दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। कथा के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या और व्रत किया था। उसी का प्रतीक यह व्रत माना जाता है।