Khesari Lal Yadav: भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव के संघर्ष की लंबी कहानी है। वह काफी संघर्ष करने के बाद आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं। बचपन से गरीबी को देखते आए खेसारी ने यहां तक पहुंचने को लेकर एक इंटरव्यू के दौरान काफी कुछ कहा था। वह अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा था कि ‘आज जब सबकुछ मिल गया है और मुंबई पहुंच गया हूं तो पुराने मित्रों की बहुत याद आती है।’ वह इस दौरान अपनी मां को भी मिस करते हुए कहते हैं कि ‘आज मां के गोद को काफी महसूस करता हूं। घर का दूध और दही को भी काफी ज्यादा मिस करता हूं।’ खेसारी आगे बताते हैं कि, ‘जब चैत का महीना आता था तो मैं गमछे में सतुआ सान कर खाता था। मेरे घर में 20 से ज्यादा भैंसे और बकरियां थी। सबको चराने खेत ले जाया करता था। दोपहर में मैं गमछे में सतुआ घोलता ता वह भी नदी के पानी से। क्योंकि वहां पानी ही नहीं होता था।’

इस मुकाम पर पहुंचे खेसारी लाल यादव अपने दर्शकों का काफी धन्यावाद देते हैं। उनके मुताबिक आज जो भी स्टारडम उनके पास है वह सब उनके फैंस का दिया हुआ है। खेसारी लाल यादव ने साल 2012 में साजन चले ससुराल से भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री की थी। इसके बाद से वह करीब 40 से ऊपर फिल्में कर चुके हैं। हाल ही में उनकी आई फिल्म कुली नंबर1 ने बॉक्स ऑफिस पर काफी कमाई की है।

ईद के मौके पर रिलीज हुई उनकी  फिल्म के साथ ही पवन सिंह की मैंने उनको सजन चुन लिया भी रिलीज हुई थी। दोनों ही फिल्मों की हीरोइन काजल राघवनी थीं। पवन सिंह की फिल्म जहां बिहार और झारखंड में रिलीज हुई थीं वहीं खेसारी की फिल्म देश सहित नेपाल में भी रिलीज हुई थी। दोनों ही फिल्मों ने दर्शकों को अपनी तरफ खींचने में कामयबा रहें।

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