इन दिनों इस्लाम और आतंकवाद पर आधारित फिल्म 72 हूरें सुर्खियों में बनी हुई है। फिल्म पर कई राजनीतिक दल आपत्ति जताते नजर आ रहे हैं। कुछ राजनीतिक दलों ने फिल्म में दिखाए गये आतंकवादियों को मानसिक रूप से बरगलाने के दृश्यों का विरोध किया है। फिल्म ’72 हूरें’ 7 जुलाई को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।
फिल्म का निर्देशन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त निर्देशक संजय पूरन सिंह चौहान ने किया है। अब इस फिल्म को लेकर जानी-मानी भोजपुरी एक्ट्रेस रानी चटर्जी ने अपनी राय रखी है और कहा है कि ऐसी फिल्में लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने के लिए बनाई जाती है। उन्होंने यह भी कहा है कि फिल्म मेकर्स और डायरेक्टर पैसा कमाने के लिए लोगों की भावनाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं।
रानी चटर्जी ने आदिपुरुष पर दी अपनी प्रतिक्रिया
रानी चटर्जी का असली नाम साहिबा शेख है और वह मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखती हैं। हाल ही में आज तक से बात करते हुए कहा कि ‘फिल्म ‘आदिपुरुष’ में बहुत कुछ गलत दिखाया गया है। फिल्म को चाहे हिंदू देखे या मुस्लिम देखे उसे यह गलत ही लगेगी। इंडिया में रामायण को हर समूदाय के लोगों ने देखा है। टीवी पर प्रसारण के दौरान इसे सभी देखते थे। अगर कुछ बुरा दिखाया जाता है तो जाहिर सी बात है बुरा तो लगेगा ही।
इसी के साथ एक्ट्रेस ने आगे कहा कि सुदिप्तो सेन की ‘द केरल स्टोरी’ के चलने के बाद से लोग इसका फायदा उठाने लगे हैं। क्योंकि लोगों का मानना है कि राजनीति या फिल्मों के जरिए नफरत फैलाई जा सकती है। आम जनता को इन सब में कुछ इंटरेस्ट नहीं है। ऐसी चीजें दिखाकर मेकर्स आखिर क्या हासिल करना चाहते हैं।’
’72 हूरें’ के मेकर्स पर भड़कीं एक्ट्रेस
रानी ने आगे कहा कि ‘इस फिल्म में कुरान को गलत तरीके से दिखाया गया है। कुरान किसी की जान लेना नहीं सिखाता। अगर ’72 हूरें’ के मेकर्स या डायरेक्टर ने कुरान पढ़ी होती तो वे इस तरह के डायलॉग का इस्तेमाल नहीं करते। कुरान लोगों को मारने के लिए कहां कहता है? क्या आप इसे मुझे दिखा सकते हैं? इससे समाज में गलत मैसेज जा रहा है। यह नफरत फैलाने के एजेंडे का हिस्सा है। मैं एक मुस्लिम हूँ। लेकिन क्या आप मुझे और मेरे परिवार के सदस्यों को आतंकवादी कहेंगे? ‘द केरल स्टोरी’ से पता चला है कि लड़कियों का जबरन इस्लाम में धर्मांतरण किया जा रहा है। दक्षिण भारत में, लोगों को ईसाई बनाया जा रहा है। लेकिन कोई भी इसके बारे में बात नहीं करना चाहता? आप मुस्लिम विरोधी फिल्म बना रहे हैं। देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए फिल्म ’72 हूरें’ के अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना है। लेकिन इससे जो नफरत फैलेगी उसकी भरपाई कौन करेगा?’