कॉमेडी शो भाबीजी घर पर हैं के अनोखे लाल सक्सेना उर्फ सानंद वर्मा आज टीवी के सफल एक्टर्स में से एक हैं। सानंद ना सिर्फ फिल्में कर रहे हैं बल्कि कई वेब सीरीज में वे नजर आ चुके हैं और कई ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। एक समय था जब सानंद वर्मा टीवी में काम नहीं करना चाहते थे। वे किसी भी किरदार में रिपीटेशन नहीं चाहते थे। इसे वे करियर के लिहाज से सही नहीं मानते थे लेकिन भाबीजी घर पर हैं ने उन्हें अपार सफलता दी।

ऐसा भी नहीं है कि उन्हें भाबीजी घर पर हैं से पहले कोई नहीं जानता था। सानंद वर्मा टीवी शोज (एफआईआर सहित) के साथ कई बड़े ब्रांड के ऐड में नजर आते रहे हैं। उन्होंने 2 साल में 250 से भी ज्यादा ऐड किया था। जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है। फिर उन्हें मर्दानी फिल्म में कास्ट किया गया जो बड़ी हिट साबित हुई। और फिर सानंद वर्मा भाबीजी घर पर हैं के साथ साथ फिल्में भी करने लगे और अपने किरदार से दर्शकों के जहन में जगह बनाते चले गए।

सानंद कहते हैं कि बड़ी-बड़ी फिल्मों को करने के बाद अगर मेरी जगह कोई दूसरा एक्टर होता तो कब का भाबीजी घर पर..को छोड़ चुका होता। वे कहते हैं, जो भी मैं कर रहा हूं वो वर्क कर रहा है। आजकल बहुत से प्लेटफॉर्म आ गए हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म है। कुछ वेब सीरीज मेरे हाथ में हैं जिसे कर रहा हूं। इसके साथ ही कई फिल्में भी कर रहा हूं।

सानंद आगे कहते हैं कि मैं इमोशनल आदमी हूं। और इस शो के साथ मैं इमोशनली अटैच्ड हूं। इसलिए मैं ये शो सिर्फ और सिर्फ इमोशनल कारणों से करता हूं। अगर मेरी जगह कोई दूसरा एक्टर होता तो कब का शो छोड़ चुका होता। सानंद अपने किरदार अनोखे लाल सक्सेना को लेकर कहते हैं कि जो मेरा किरदार है उससे मैं बहुत जुड़ा हुआ हूं। और सानंद से सक्सेना बनने और किरदार को फील करने में मुझे बड़ा मजा आता है।

एक इंटरव्यू में सानंद वर्मा ने इस बात का जिक्र किया था कि एक्टर बनने के लिए उन्होंने बड़ी MNC कंपनी में अपनी 50 लाख की नौकरी छोड़ दी थी। एक्टर बनने का सपना बचपन से ही था। किसान परिवार से थे। घर का खर्च चलाने के लिए मात्र 8 साल की उम्र से उन्होंने काम करना शुरू कर दिया था। इसके साथ ही किताबें भी बेचते थे। इस सबके अलावा उन्होंने खर्च चलाने के लिए मात्र 12 साल की उम्र में ट्यूशन भी दी। लेकिन एक्टर बनने के सपने को वो जिंदा रखे। और एक दिन मुंबई चले आए।