पश्चिम बंगाल में शनिवार को पहले चरण का मतदान छिटपुट हिंसा के बीच जारी है। इस चुनाव में BJP और सत्ताधारी TMC के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिल रही है। 294 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 8 चरण में चुनाव हो रहे हैं जिसका आज पहला चरण है। चुनावों के दौरान हिंसा की खबरें पश्चिम बंगाल में आम है और इस चुनाव में भी यही देखने को मिल रहा है। कई जगहों पर बूथ में गड़बड़ी, ईवीएम मशीनों में खराबी, उनसे छेड़छाड़, मतदाताओं को प्रभावित करने और उन्हें मारने धमकाने जैसी खबरें आ रही हैं। पश्चिम बंगाल चुनाव में जमीनी मुद्दों से इतर धार्मिक मुद्दों को अधिक तुल दिया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ये भी कहती रही हैं कि बीजेपी को बंगाल की संस्कृति की समझ नहीं है।

इन्हीं सब मुद्दों पर न्यूज 18 इंडिया के डिबेट शो, ‘आर पार’ पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और टीएमसी नेता तौसीफ अहमद खान के बीच बहस हो रही थी। संबित पात्रा ने कहा कि ममता बनर्जी ने 10 सालों तक बंगाल पर राज किया, फिर भी बंगाल गरीबी में है तो क्या यही उनकी संस्कृति है। उनकी इस बात पर शो के एंकर अमिश देवगन ने उनसे पूछा कि जय श्री राम क्या बंगाल की संस्कृति का हिस्सा है।

संबित पात्रा बोले, ‘क्यों नहीं? जय श्री राम भारत की मिट्टी का मूल है। ये किसी धर्म विशेष का जयकारा नहीं है। जब से ये धरती बनी, तब से ये मिट्टी है और जय श्री राम है। ये किस बात की लड़ाई है कि जय श्री राम मेरा नहीं तेरा है।’ अमिश देवगन ने इस बात पर टीएमसी नेता तौसीफ अहमद खान से पूछा कि जब राजनीतिक रैली में जय श्री राम का नारा लगता है तो ममता बनर्जी इतनी नाराज़ क्यों हो जाती हैं लेकिन खुद वो चंडी पाठ, दुर्गा पाठ करती हैं?

 

टीएमसी नेता ने जवाब दिया, ‘सारे भगवान समान हैं, सबका सम्मान किया जाना चाहिए। लेकिन भगवान के नाम पर मार्केटिंग करना, उनको बेचना सही नहीं है। ममता बनर्जी ने जब चंडी पाठ किया तो कहा था कि मैं एक हिंदू ब्राह्मण हूं और तुम मुझे हिंदुत्व मत सिखाओ।’ उनकी इस बात पर शो के एंकर ने पूछा कि ममता बनर्जी को यह बताने की जरूरत पड़ रही है कि वो ब्राह्मण हैं?

 

टीएमसी नेता ने कहा, ‘वो बताने की कोशिश कर रहीं हैं कि किसी भगवान का कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला है बीजेपी को। अगर मिला है तो दिखाए। BJP रॉन्ग नंबर है, यही वो जनता को बताने की कोशिश कर रही हैं कि इनके पास किसी भगवान का कॉन्ट्रैक्ट नहीं है। बीजेपी पॉलिटिकल पार्टी है या धार्मिक संस्था क्या है ये?’ उनकी इस बात पर संबित पात्रा मुस्कुराने लगे और उन्होंने टीएमसी पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया।