अनिल कपूर और श्रीदेवी स्टारर फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ अपने समय की सुपरहिट फिल्म रही थी। इसके किरदार आज भी लोगों के जेहन में रह गए हैं। लेकिन इस फिल्म की पहली पसंद अनिल कपूर नहीं थे। अमिताभ बच्चन को ध्यान में रखकर यह फिल्म लिखी गई थी लेकिन ऑफर हुई राजेश खन्ना को।
उन दिनों राजेश खन्ना का करियर डगमगाया हुआ था और अमिताभ बच्चन की हर दूसरी फिल्म सुपरहिट हो रही थी। ऐसे में राजेश खन्ना को अमिताभ बच्चन से चिढ़ होने लगी थी। और जब उन्हें फिल्म मिस्टर इंडिया ऑफर हुई तो उन्होंने तुरंत मना कर दिया था।
राजेश खन्ना को यह कतई मंजूर नहीं था कि वो अमिताभ बच्चन की छोड़ दी गई फ़िल्म को करें। लेकिन इस फ़िल्म को छोड़ना उनके लिए दुर्भाग्यपूर्ण रहा। वरिष्ठ फिल्म पत्रकार प्रदीप सरदाना ने बताया था, ‘उनका एकाकीपन उन्हें अंदर ही अंदर परेशान करता था। उनको मिस्टर इंडिया का ऑफर दिया था बोनी कपूर ने। अनिल कपूर से पहले ही राजेश खन्ना को ऑफर मिला था फिल्म का। उन्होंने मना कर दिया। और कई अच्छी फिल्मों का ऑफर वो ठुकरा दिया करते थे।’
अमिताभ बच्चन ने इस फिल्म को इसलिए छोड़ा क्योंकि उन्हें लगता था कि फिल्म का हीरो आधा वक्त तो गायब ही रहता है। कहा जाता है कि जब सलीम-जावेद की लिखी कहानी अमिताभ बच्चन ने सुनी तो उन्होंने कहा था कि फिल्म का हीरो तो आधे टाइम गायब ही रहता है, जब हम दिखेंगे नहीं तो बिकेंगे कैसे।
इसके बाद बोनी कपूर ने यह फिल्म अपने भाई अनिल कपूर को लेकर बनाई। फिल्म में मोगैंबो के किरदार के लिए डायरेक्टर शेखर कपूर पहले अनुपम खेर के साथ काम कर रहे थे लेकिन दो महीनों की शूटिंग के बाद अनुपम खेर को फिल्म से निकाल दिया गया और अमरीश पुरी को रख लिया गया। इस बात से अनुपम खेर को काफी दुख हुआ था जिसका खुलासा उन्होंने कई इंटरव्यूज में किया है।