हिंदी सिनेमा की दिग्गत सिंगर आशा भोसले आज यानी 8 सितंबर को अपना 92वां जन्मदिन मना रही हैं। आशा भोसले के करियर और उपलब्धियों से हर कोई वाखिफ है। उनका करियर 80 साल से अधिक समय से चला आ रहा है और इसमें उन्होंने 11,000 से ज्यादा गाने गाए हैं। उन्होंने महज 10 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था, आशा भोसले ने 1943 में “चला चला नव बाला” नाम के एक मराठी गाने से अपने सिंगिग करियर की शुरुआत की थी।
उन्होंने केवल भारतीय ही नहीं, बल्कि कई ऐसे गाने भी गाए जिनमें वेस्टर्न टच था। साल 1966 में फिल्म आई थी ‘तीसरी मंजिल’ जिसमें एक गाना था का गाना ‘आजा आजा मैं हूं प्यार तेरा’, ये गाना काफी मुश्किल था और आशा भोसले ने इसके लिए बहुत मेहनत की थी। इस गाने के लिए उन्हे 10 दिनों तक रियाज करना पड़ा था, उन्हें लगने लगा था कि वो इस गाने को नहीं गा पाएंगी लेकिन आरडी बर्मन नहीं माने और उनसे रियाज कराते रहे।
अनु कपूर ने इस किस्से का जिक्र अपने रेडियो शो में किया था। उन्होंने बताया था कि कड़ी मेहनत और लंबे रियाज के बाद जब आशा ने ये गाना गाया तो आरडी बर्मन इतने खुश हुए कि उन्होंने आशा को इनाम के तौर पर 100 रुपये दिए। आशा भोसले इससे खुश हुईं, लेकिन उनके मन में जो बात थी वो उन्होंने आरडी बर्मन से कह दी।
आरडी बर्मन से कहा कि वो तुम सभी अच्छे गाने तो दीदी लता मंगेशकर को दे देते हैं और उन्हें वो गाने देते हो जो मुश्किल होते हैं और जिन्हें कोई और नहीं गा पाता। उनकी इस बात पर आरडी बर्मन ने कहा कि तुम सभी तरह के गाने गा सकती हो, इसलिए मैं बनाता हूं, अगर नहीं गाओगी तो मैं मुश्किल म्यूजिक कंपोज नहीं करूंगा। आशा भोंसले ने इसके बाद भी आरडी बर्मन के साथ मिलकर कई मुश्किल गाने गाए जो आज भी हिट हैं।
आशा भोंसले और आरडी बर्मन दोनों को वेस्टर्न म्यूजिक में दिलचस्पी थी और वो साथ में बहुत काम किया था, इसी दौरान उनमें प्यार हुआ था। पहले तो आरडी बर्मन की मां आशा को अपने घर की बहू नहीं बनाना चाहती थीं, लेकिन जब उनके पिता का निधन हुआ तो आरडी बर्मन ने अपनी मां की हालत को देखते हुए आशा भोसले से शादी कर ली।
साथ काम करने के दौरान ही प्यार हुआ। दोनों पर पश्चिमी संगीत का प्रभाव था जिस कारण दोनों और करीब आए। जब दोनों ने शादी का फैसला किया तो आरडी बर्मन की मां नाराज हो गईं। वो आशा को अपने घर की बहू बनाने के खिलाफ थीं। आशा भोसले से जुड़ी ये खबर पढ़ने के लिए भी क्लिक करें…