टीवी सीरियल ‘अनुपमा’ की एक्ट्रेस अनघा भोसले अब शो का हिस्सा नहीं है। एक्ट्रेस ने कुछ दिन पहले ही टेलीविजन जगत को छोड़ने की बात कही थी। उन्होंने अपने इस फैसले को ऑफिशियल कर दिया है। अनघा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि वह “आधिकारिक तौर पर फिल्म और टेलीविजन जगत को छोड़ रही हैं।” अनघा के नोट से पता चलता है कि वह अपने “धार्मिक विश्वासों और आध्यात्मिक पथ” के लिए ऐसा कर रही है।

फैंस के लिए लिखा नोट: अपने नोट में अनघा ने फैंस के लिए संदेश दिया है। उन्होंने लिखा है, “हरे कृष्णा परिवार, मुझे पता है कि आप सभी दयालु रहे हैं और शो के बाद मेरे लिए चिंता दिखाई है और इसके लिए धन्यवाद। मैं वास्तव में आभारी हूं। यदि आप में से कुछ लोग अभी तक नहीं जानते हैं कि मैं आधिकारिक तौर पर फिल्म और टेलीविजन उद्योग छोड़ रही हूं, तो यह बात है और मुझे वास्तव में उम्मीद है कि आप सभी निश्चित रूप से मेरे फैसले का सम्मान और समर्थन करेंगे।

मैंने अपने धार्मिक विश्वासों और आध्यात्मिक पथ के कारण यह निर्णय लिया, मुझे पता है कि आपको अपने कर्म करते रहना चाहिए। लेकिन वहां नहीं जहां आपकी कृष्ण भावनामृत या आध्यात्मिक विकास कमजोर हो रहा हो। मेरा मानना ​​है कि आपको परिस्थितियों या ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए जो भगवान/कृष्ण के साथ आपकी दूरी बढ़ाते हैं।”

एक्ट्रेस का कहना है कि शोबिज उनकी चेतना के स्तर के साथ छेड़छाड़ कर रहा था और उन्होंने लिखा, “मैं जिस क्षेत्र में थी, वह अलग है और मेरी चेतना के स्तर के साथ छेड़छाड़ करता है। आपको कुछ ऐसा बनाता है जो आप नहीं हैं और आपको उस चीज से दूर ले जाता है जिस पर आप विश्वास करते हैं।

इसलिए ये मेरा निर्णय था सभी का धन्यवाद।आपके द्वारा मेरे और मेरे परिवार के साथ साझा किए गए संदेश और कॉल, आपके प्यार और सम्मान के लिए धन्यवाद। मुझे लगता है कि अगर आपको किसी भी उत्तर की आवश्यकता है तो आध्यात्मिक और पवित्र पुस्तक पढ़ें, श्रीमद भगवद गीता पढ़ें।”

बता दें कि शो छोड़ने के बाद टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में अनघा ने बताया था कि शोबिज की दुनिया में आने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि ये वो दुनिया नहीं है, जिसकी उन्हें उम्मीद थी। उनका कहना था कि यहां राजनीति और एक अनहेल्थी कॉम्पिटीशन है। यहां हर वक्त अच्छा और पतला दिखने की होड़ लगी रहती है। एक आध्यात्मिक व्यक्ति होने के नाते अनघा का कहना है कि वो इस इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं रह सकती हैं, जो पाखंड से भरी हो।