देश के 13वें प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को निधन हो गया है। उन पर एक फिल्म बनी थी ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ और इसमें अनुपम खेर ने उनका किरदार निभाया था। अब इस फिल्म को लेकर फिल्ममेकर हंसल मेहता और अनुपम खेर में बहस हो गई है। साल 2019 में आई इस फिल्म में दोनों ने ही साथ काम किया था, लेकिन मनमोहन सिंह के निधन के बाद दोनों के विचार एक दूसरे से मेल नहीं खा रहे हैं। अनुपम खेर ने तो हंसल मेहता को पाखंडी तक कह दिया है।
ये फिल्म मनमोहन सिंह के पीएम के रूप में कार्यकाल पर आधारित थी। इसे लेकर हंसल मेहता ने वीर सांघवी के एक पोस्ट का समर्थन किया है, जिसमें फिल्म की आलोचना की गई है। वीर सांघवी ने X (ट्विटर) पर लिखा है कि फिल्म में पूर्व पीएम के बारे में झूठ दिखाया गया है और साथ ही इस फिल्म को हिंदी सिनेमा की सबसे खराब फिल्म बताया है। वीर के इस पोस्ट का हंसल मेहता ने समर्थन किया, जिसके बाद अनुपम खेर ने उन्हें घेर लिया।
इस फिल्म में अनुपम खेर ने ही मनमोहन सिंह का किरदार निभाया था, ऐसे में उन्हें हंसल मेहता का वीर सांघवी के पोस्ट का समर्थन करना पसंद नहीं आया। उन्होंने कहा है कि हंसल मेहता इस फिल्म का हिस्सा थे और अब उनका ऐसा कहना ये दिखाता है कि वो कितने बड़े पाखंडी है।
अनुपम खेर ने लिखा, “इस थ्रेड में पाखंडी वीर सांघवी नहीं, उनके पास फिल्म को पसंद न करने की आजादी है, लेकिन हंसल मेहता The Accidental Prime minister के क्रिएटिव डायरेक्टर थे। जो इंग्लैंड में हुए फिल्म के शूट पर हर वक्त मौजूद थे। अपना क्रिएटिव इनपुट दे रहे हैं और इसके लिए फीस भी ली होगी। तो उनके लिए Vir Sanghvi की टिप्पणी पर 100% कहना बहुत ही गलत और दोहरे मानकों से भरा है। ऐसा नहीं है कि मैं सांघवी से सहमत हूं लेकिन हम सभी गलत या बेकार काम कर सकते हैं, और हमें इसकी जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए। हंसल मेहता तरह नहीं जो कुछ खास वर्ग के लोगों के सामने नाम कमाने की कोशिश कर रहे हैं। हद है यार हंसल, इन सब से ऊपर उठो। मेरे पास अभी भी शूटिंग के हमारे सभी वीडियो और तस्वीरें हैं!”
हंसल मेहता ने दिया जवाब
हंसल मेहता ने अनुपम खेर के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, “बिल्कुल मैं अपनी गलती मानता हूं मिस्टर खेर और मैं ये भी मानता हूं कि मैंने गलती की है। मैंने अपना काम उतने ही पेशेवर ढंग से किया, जितना मुझे करना चाहिए था। क्या आप इससे इनकार कर सकते हैं? लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि मुझे फिल्म का बचाव करते रहना होगा या यह मेरे फैसले को सही बताते रहना होगा। ब्राउनी प्वाइंट और पाखंड के बारे में मैं आदरपूर्वक निवेदन करता हूं कि आप लोगों को उसी तरह देख रहे हैं जैसे आप खुद को देखते हैं।”
जिस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर अनुपम खेर और हंसल मेहता के बीच बहस हो रही है, उसके बारे में अधिक पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…