बॉलीवुड के मशहूर एक्टर अमरीश पुरी की बीते दिन 89वीं जयंती थी। इस खास अवसर पर एक्टर के परिवारजनों के साथ-साथ कई बॉलीवुड सितारों ने भी उन्हें याद किया था। अमरीश पुरी अपनी एक्टिंग के साथ-साथ अपने अंदाज को लेकर भी खूब जाने जाते थे। उन्हें लेकर एक किस्सा यह भी काफी प्रचलित है कि वह फिल्मों के लिए मुंहमांगी कीमत मांगा करते थे। अगर उन्हें वह कीमत नहीं मिलती थी तो वह फिल्म तक छोड़ दिया करते थे। इस बात का जिक्र खुद अमरीश पुरी ने अपने एक इंटरव्यू में किया था।

अमरीश पुरी ने इस बारे में बात करते हुए कहा था, “जो मेरा हक है वो मुझे मिलना चाहिए। मैं एक्टिंग के साथ कोई समझौता नहीं करता तो फिल्म के लिए कम पैसा कैसे ले सकता हूं। लोग मेरी एक्टिंग देखने के लिए ही आते हैं। प्रोड्यूसर को पैसा इसलिए मिलता है, क्योंकि मैं उन फिल्मों में होता हूं।”

अमरीश पुरी ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “ऐसे में क्या प्रोड्यूसर्स से अपना चार्ज लेना गलत है।” एक्टर को लेकर यह भी कहा जाता है कि उन्होंने एनएन सिप्पी की फिल्म छोड़ दी थी, क्योंकि उन्होंने मूवी के लिए 80 लाख रुपए की मांग की थी, लेकिन उन्हें इतनी कीमत नहीं दी जा रही थी।

इस बात को लेकर अमरीश पुरी ने कहा, “जहां तक सिप्पी की फिल्म की बात है वह मैंने बहुत पहले ही साइन की थी। वादा था कि साल के अंत में फिल्म शुरू होगी। लेकिन तीन साल बीत गए और मार्केट का भाव तक बदल गया। ऐसे में अगर वह मुझे इतने भी पैसे नहीं दे सकते थे तो मैं उनकी फिल्म नहीं कर सकता था।”

बता दें कि अमरीश पुरी इंटरव्यू के दौरान रिपोर्टर्स को अपनी आवाज तक रिकॉर्ड नहीं करने देते थे। इंटरव्यू शुरू होने से पहले ही वह पत्रकारों को अपना रिकॉर्डर बंद करने के लिए कह देते थे। उनका कहना था कि लोग उनकी आवाज ज्यादा से ज्यादा फिल्मों में ही सुनें।

अमरीश पुरी पर एक बार एंटी नेशनल का भी टैग लग चुका है। दरअसल, एक्टर ने ‘इंडियाना जोंस एंड द टेंपल ऑफ डूम’ में ‘मोला राम’ का किरदार अदा किया था। यह फिल्म हिंदुस्तान के एक गांव पर आधारित थी, जिसमें मोला राम काला जादू जानता था और इंसानों की बलि देता था। इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा था कि मुझे इसका कोई भी पछतावा नहीं है और न ही मैंने कुछ राष्ट्र विरोधी काम किया है।