Amrish Puri Birthday: फिल्मों में अमरीश पुरी के किरदार को कड़क स्वभाव का दिखाया जाता रहा या फिर उऩ्हें खतरनाक विलेन के तौर पर पर्दे पर उतार कर दिखाया गया, जिसके लिए वह आज भी जाने जाते हैं। अमरीश पुरी फिल्मों को लेकर सजग और शूटिंग को लेकर वक्त के पाबंद रहे। लेकिन एक दिन ऐसा भी हुआ कि वक्त को लेकर अमरीश पुरी की अपने को-स्टार से ही बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि उन्होंने एक्टर को थप्पड़ तक मार दिया। ये कोई और एक्टर नहीं बल्कि गोविंदा ही थी।
जी हां, 80 और 90 के दशक में गोविंदा इंडस्ट्री में काफी शाइन कर रहे थे। गोविंदा के पास एक साथ इतनी फिल्में थीं कि उनके पास आराम करने का वक्त नहीं था। जो भी फिल्म आती गोविंदा साइन कर लेते। ऐसे में उन्हें शिफ्ट के हिसाब से काम करना पड़ता था। इस बीच गोविंदा हर शूटिंग सेट पर लेट हो जाया करते थे। हालांकि वह फिल्म साइन करने से पहले प्रोड्यूसर और डायरेक्टर को बता दिया करते थे कि वह लेट हो जाएंगे, क्योंकि वह कई फिल्मों में काम कर रहे हैं।
जब गोविंदा पर भड़के अमरीश पुरी
इस बीच गोविंदा और अमरीश पुरी एक फिल्म में साथ काम कर रहे थे। अमरीश पुरी को सेट पर पहुंचने का 9 बजे का वक्त दिया गया था। ऐसे में अमरीश पुरी अपने समय के हिसाब से सेट पर पहुंच गए और मेकअप के साथ तैयार हो गए। वहीं अपने काम में उलझे गोविंदा 9 बजे की शिफ्ट में नहीं पहुंच सके। वे इतना लेट हो गए कि 9 की बजाय शाम 6 बजे सेट पर पहुंचे। इस बात से अमरीश पुरी बेहद नाराज हो गए। तभी अमरीश पुरी ने सामने से आकर गोविंदा से बात की, तभी अमरीश गोविंदा पर भड़क गए।
ये देख कर गोविंदा भी गुस्से में आ गए और दोनों के बीच गहमागहमी शुरू हो गई। अमरीश ने उस वक्त गोविंदा को ‘गंदी नाली का कीड़ा’ तक कह दिया था। इसके बाद अमरीश पुरी ने गोविंदा को जोर का चांटा भी मार दिया। गोविंदा इस घटना के बाद अमरीश पुरी से काफी गुस्सा हो गए और उन्होंने फिर अमरीश के साथ दोबारा किसी फिल्म में काम नहीं किया। गोविंदा के साथ अमरीश ने ‘दो कैदी’ और ‘फर्ज की जंग’ में काम किया था।
बीमा कंपनी में काम करने वाला शख्स जब बन गया फिल्मी दुनिया का ‘खतरनाक विलेन’
बॉलीवुड के मशहूर खलनायक अमरीश पुरी ने अपने फिल्में करियर में बतौर विलेन ढेरों फिल्मों में काम किया। फिल्मों से पहले अमरीश पुरी बीमा कंपनी में नौकरी करते थे। एक्टिंग के प्रति रूझान था ऐसे में उन्होंने पृथ्वी थिएटर जॉइन कर लिया था। वह एक्टिंग में इतना रम गए थे कि उऩ्होंने एक्टिंग के लिए 21 साल की अपनी नौकरी भी छोड़ दी थी। 1982 में आई सुभाष घई की फिल्म विधाता ने उन्हें विलेन के तौर पर दर्शकों के बीच खास पहचान दिलाई थी। तो वहीं आज भी अमरीश पुरी को फिल्म मिस्टर इंडिया में ‘मोगैंबो’ की भूमिका के लिए याद किया जाता है। 72 साल की उम्र में अमरीश पुरी ने दुनिया को अलविदा कह दिया था।