Happy Birthday Rekha: जब भी फिल्मी सितारों के प्रेम और संबंधों पर बात होती है तो अमिताभ बच्चन और रेखा का जिक्र जरूर होता है। हालांकि ये प्रेम कहानी एक तरफा थी या दोनों के दिल में एक दूजे के लिए बराबर मोहब्बत थी ये तो इन दोनों के सिवा शायद ही कोई जानता हो। जहां रेखा ने कई बार खुलकर इकरार किया कि हां वो अमिताभ बच्चन से मोहब्बत करती हैं तो वहीं सदी के महानायक कहलाने वाले बिग बी ने हमेशा इस रिश्ते पर चुप्पी साधे रखी।

अमिताभ बच्चन और रेखा के साथ काम करने वाले कई कलाकार सीधे तौर पर या फिर घुमा फिराकर दोनों के बीच प्रेम संबंधों पर कुछ ना कुछ कह चुके हैं। जहां अमिताभ की सुपरहिट फिल्मों के निर्देशक यश चोपड़ा ने रेखा के साथ उनके संबंधों पर परोक्ष तरीके से बात की तो वहीं डायरेक्टर मुजफ्फर अली ने खुल कर इस रिश्ते पर अपनी बात रखी थी और कह दिया था कि रेखा के साथ गलत हुआ, अमिताभ को उनसे शादी करनी चाहिए थी।

मुजफ्फर अली वही डायरेक्टर हैं जिन्होंने गमन, अंजुमन और उमराव जान जैसी फिल्में बनाई हैं। उमराव जान में लीड रोल के लिए अली ने रेखा को चुना था। इस फिल्म ने रेखा को उनके करियर का इकलौता राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया था। 1982 में आई यह फिल्म रेखा और बॉलीवुड दोनों के लिए मील का पत्थर साबित हुई थी। 

मुजफ्फर अली ( फोटो सोर्स – इंडियन एक्सप्रेस )

उमराव जान फिल्म में एक गाना था जिसके बोल थे- जुस्तजू जिसकी थी उसको तो ना पाया हमने, इस बहाने से मगर देख ली दुनिया हमने। मुजफ्फर अली के मुताबिक रेखा की जिंदगी पर यह गाना बिल्कुल फिट बैठता है। रेखा की जीवनी लिखने वाले यासिर उस्मान की किताब रेखा: कैसी पहेली जिंदगानी में इस बारे में विस्तार से बताया गया है। 

उमराव जान की शूटिंग के दौरान मुजफ्फर अली का रेखा के साथ काफी समय बीता। उनके मुताबिक रेखा एक चलती फिरती जिंदा लाश बन गई हैं और सारी गलती अमिताभ बच्चन की है। निर्देशक ने किताब में ये भी बताया है कि जब दिल्ली में उमराव जान की शूटिंग हो रही थी तब अमिताभ अकसर सेट पर आते और घंटों बैठे रहते थे। ये हकीकत है।

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मुजफ्फर अली ने रेखा के लिए कहा था कि, ‘वह जब भी अमिताभ बच्चन को इन्होंने या उन्होंने जैसे संबोधनों से पुकारती थीं। ऐसे संबोधन आमतौर पर शादीशुदा महिलाएं अपने पति के लिए इस्तेमाल करती हैं। मुझे लगता है वह खुद को शादीशुदा ही मानती थीं।’

मुजफ्फर अली ने इंडस्ट्री के दूसरे लोगों के उलट बिना लाग लपेट यासिर उस्मान से कहा था, ‘कि  रेखा ने उनसे प्यार किया था और प्यार करती हैं।उन्हें रेखा को एक पहचान और रिश्तो को नाम देना चाहिए था। अमिताभ को रेखा से शादी करनी चाहिए थी।’

बता दें कि मुजफ्फर अली अपनी बेबाकी के लिए चर्चित हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ वाले मुजफ्फर अली देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ लखनऊ से चुनाव भी लड़े थे। हालांकि इस चुनाव में उनको करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। पद्मश्री से सम्मानित मुजफ्फर अली को फिल्म गमन (1978) के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया था। उमराव जान (1981) के लिए वह फिल्म फेयर अवार्ड में बेस्ट डायरेक्टर चुने गए थे।

मुजफ्फर अली के बेटे शाद अली भी फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। उन्होंने यशराज फिल्म्स के लिए फिल्में निर्देशित की हैं। अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन की फिल्म बंटी और बबली का निर्देशन शाद अली ने ही किया था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर काफी सफल रही थी।