Amitabh Bachchan: हिंदी सिनेमा में 50 सालों से उत्कृष्ट योगदान के लिए अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को राष्ट्रपति ने दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड (Dadasaheb Phalke Award) से सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में उन्हें यह पुरस्कार दिया गया। जैसे ही अमिताभ ने यह पुरस्कार को हासिल किया पूरा ऑडिटोरियम तालियों से गूंज उठा।
पुरस्कार लेने के बाद अमिताभ बच्चन ने अपने अभिभाषण में शुक्रिया अदा किया। अमिताभ ने कहा- जब मुझे ये सम्मान मिला तो मुझे लगा कि क्या मेरा करियर खत्म हो चुका है। यही नहीं अमिताभ ने आगे कहा कि अभी उन्हें लगता है कि शायद कुछ काम और फिल्म इंडस्ट्री में करने बाकी हैं। बता दें इस खास मौके पर उनके साथ पत्नी जया बच्चन और बेटे अभिषेक बच्चन भी साथ मौजूद रहे।
गौरतलब है कि बीते 25 सितंबर को अमिताभ बच्चन को इस पुरस्कार को देने की घोषणा की गई थी। तब इसकी जानकारी ट्विटर पर साझा करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लिखा था- ‘2 पीढ़ियों को प्रेरणा देने और एंटरटेन करने के लिए लीजेंड अमिताभ बच्चन को सर्वसम्मति से दादासाहेब फाल्के अवार्ड के लिए चुना गया है। पूरा देश और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस फैसले से खुश है। उन्हें बहुत शुभकामनाएं।’
दादा साहेब फाल्के अवार्ड की शुरुआत साल 1969 से हुई थी। तब से इस अवार्ड के तहत सम्मान पाने वाले को एक स्वर्ण कमल, शॉल और 10 लाख रुपये नकद प्राइज मनी के तौर पर दिया जाता रहा है। फाल्के को ‘फादर आफ इंडियन सिनेमा’ कहा जाता है। जिन्होंने पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र निर्देशित की थी।
Delhi: Veteran actor Amitabh Bachchan receives Dadasaheb Phalke Award from President Ram Nath Kovind. pic.twitter.com/9Towgcgo9x
— ANI (@ANI) December 29, 2019
अमिताभ की बात करें तो वह 76 साल के हो चुके हैं। इस उम्र में भी वह भारतीय सिनेमा में बढ़-चढ़कर कर योगदान दे रहे हैं। मालूम हो कि उन्होंने साल 1969 में फिल्म सात हिंदुस्तानी से अपने करियर की शुरुआत की थी। राजेश खन्ना स्टारडम के वक्त अमिताभ बच्चन ने अभिनय के दम पर हिंदी सिनेमा में एक आख्यान लिख दिया है। अब तक वह कई हिट फिल्में दे चुके हैं।