अमिताभ बच्चन अपनी आलोचना से परेशान नहीं होते, भले ही वो कितना ही अपमानजनक क्यों न हो। उन्हें लगता है कि पब्लिक फिगर होने के नाते यह स्वाभाविक है कि लोग उनकी आलोचना करें।
इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम से बातचीत में अमिताभ ने कहा, ‘एक वक्त ऐसा आता है, जब बहुत सारी अपमानजनक चीजें लिखी जाती हैं। लेकिन यह ऐसी चुनौती है, जिसे सभी क्रिएटिव लोग सबसे ज्यादा झेलते हैं। अगर आप पब्लिक फिगर की श्रेणी में आते हैं तो आप यह सब सहने के लिए मजबूर हैं। आप इन चीजों के साथ सामंजस्य स्थापित करना ही होगा। आप खुद को पब्लिक फिगर मानते हुए यह उम्मीद नहीं कर सकते कि जनता प्रतिक्रिया न दे। जब वे शोर मचाते हैं, चीखते हैं और आपकी तारीफ करते हैं तो आप तो अच्छे से लेते हैं, लेकिन जब वे आप पर हमला करते हैं तो आप कहते हैं, पत्थर मत मारो यार। आप ये कैसे कर सकते हैं? यह न तो सही है और न आप ऐसी उम्मीद कर सकते हैं। आपको अपनी आलोचना सुननी ही होगी क्योंकि ऐसे सुर रोजाना नहीं उठते। मुझे लगता है कि यह जरूरी है आपको आपकी गल्तियां दिखाई जाएं। यह आपको सीखने का मौका देता है।’ अमिताभ ने यह भी कहा कि वे अपने बेटे अभिषेक को भी आलोचनाओं को सकारात्मक ढंग से लेने की सलाह देते रहते हैं।