लेखक जावेद अख्तर ने हाल ही में खुलासा किया कि अमिताभ बच्चन की बैक टू बैक 11 फिल्में फ्लॉप हुई थी जब वो उनके पास याद किया कि अमिताभ बच्चन ने उन्हें तुरंत घर बुला लिया जब उन्होंने ज़ंजीर की कहानी सुनाने की बात कही, क्योंकि उस समय वह 10 से ज्यादा फ्लॉप देने के बाद बेरोजगार थे।
अमिताभ बच्चन इंडस्ट्री के लिए आउटसाइडर थे, मगर खुद को साबित करने के लिए उन्हें 10 से ज्यादा मौके मिले थे। अमिताभ बच्चन ने करियर के शुरुआती दिनों में लगातार फ्लॉप फिल्में दी थीं। मगर इसके बाद अमिताभ बच्चन ने जावेद अख्तर और सलीम खान की फिल्म ‘ज़ंजीर’ में काम किया जिसने उन्हें स्टार बना दिया और आज तक उनका सफर जारी है।
अमिताभ बच्चन सिनेमा इतिहास के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं। और यह सब शुरू हुआ ज़ंजीर से। खास बात ये थी कि जंजीर उन्हें तब ऑफर हुई जब उनके पास कोई काम नहीं था।
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एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने कहा कि वह और सलीम खान अमिताभ को ‘एंग्री यंग मैन’ बनाने का क्रेडिट नहीं लेते, लेकिन उन्होंने माना कि उन्हें ज़ंजीर में लेने के लिए लड़ना पड़ा क्योंकि उस समय वह कमर्शियल तौर पर सही पसंद नहीं माने जाते थे। उन्होंने कहा कि अमिताभ ने फिल्म में ऐसा प्रदर्शन दिया जो हिंदी सिनेमा में पहले कभी नहीं देखा गया।
उन्होंने कहा,
“अक्सर हम टैलेंट की कद्र नहीं करते। बहुत कम लोग थे जो 11 फ्लॉप के बाद भी उनके टैलेंट की इज्जत करते थे।”
उन्होंने आगे कहा,
“जया जी उस समय उनकी पत्नी नहीं थीं, लेकिन वह जानती थीं कि उनमें कितना टैलेंट है। ऋषिकेश मुखर्जी भी उनका बहुत सम्मान करते थे और उन्हें काम देते रहते थे। हमने उन्हें एक फ्लॉप फिल्म में देखा था, लेकिन हम समझ गए थे कि यह आदमी ज्वालामुखी है जो फटने का इंतजार कर रहा है। वह अपनी सबसे खराब फिल्मों में भी बहुत अच्छे थे। फिल्म खराब थी, स्क्रिप्ट खराब थी, डायलॉग खराब थे, लेकिन उनका काम बेहतरीन था। हमें पूरा विश्वास था कि यह एक बड़ा स्टार है जिसे सिर्फ एक सही मौका चाहिए।”
जब पूछा गया कि अमिताभ को ज़ंजीर सुनाना कैसा था, तो जावेद ने कहा,
“मैं पूरी तरह से मानता था कि यह रोल उनसे बेहतर कोई नहीं कर सकता। मैं उन्हें ज्यादा नहीं जानता था। बस एक बार मिला था। मैंने फोन किया और कहा, ‘एक स्क्रिप्ट है, सुनानी है। कब मिल सकते हो?’ उन्होंने तुरंत बुला लिया क्योंकि वह घर पर बैठे थे। मैंने पूरी स्क्रिप्ट सुनाई और वह मुझे देखकर हैरान रह गए। उन्होंने पूछा, ‘क्या तुम्हें लगता है मैं यह रोल कर सकता हूं?’ मैंने कहा, ‘इस देश में आपसे बेहतर कोई नहीं कर सकता।’”
खालिद मोहम्मद की किताब To Be Or Not To B में जया बच्चन ने कहा था,
“मैंने कभी उनकी फ्लॉप फिल्मों को सीरियस नहीं लिया। मुझे पता था कि यह फेज़ गुजर जाएगा। वह सीख रहे थे और बेहतर हो रहे थे। वह डिप्रेस नहीं होते थे, लेकिन कभी-कभी गुस्से में कहते, ‘कोई मुझे क्यों लेगा, मैं तो फ्लॉप एक्टर हूं।’”
ज़ंजीर के बाद अमिताभ ने सलीम-जावेद की कई हिट फिल्मों में काम किया जैसे दीवार और शोले। इसके बाद जावेद अख्तर और सलीम खान अलग हो गए। जावेद ने लिरिसिस्ट के तौर पर अपना नाम बनाया और अमिताभ बच्चन आज भी हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में गिने जाते हैं।