आमिर खान के भांजे एक्टर इमरान खान ने अपने एक्टिंग करियर को अलविदा कह दिया है। यह जानकारी उनके करीबी मित्र और एक्टर अक्षय ओबेरॉय ने दी है। उनका कहना है कि इमरान खान के अंदर एक अच्छे डायरेक्टर होने के गुण है और वो डायरेक्शन में हाथ आजमा सकते हैं। इमरान खान ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 2008 की फिल्म ‘जाने तू या जाने ना’ से की थी। उन्हें अंतिम बार कंगना रनौत के साथ फिल्म ‘कट्टी बट्टी’ (2015) में देखा गया था।

उनके दोस्त अक्षय ने नवभारत टाइम्स से बातचीत में बताया, ‘बॉलीवुड में मेरे बेस्ट फ्रेंड हैं इमरान खान, जो अब एक एक्टर नहीं हैं क्योंकि उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी है। इमरान मेरे सबसे अजीज और करीबी दोस्त हैं, जिन्हें मैं सुबह चार बजे उठकर फोन कर सकता हूं।’ अक्षय ने बताया कि वो और इमरान 18 सालों से एक साथ हैं और दोनों ने साथ ही में एक्टिंग की पढ़ाई की थी।

एक्टिंग छोड़ने के बाद इमरान खान डायरेक्शन में हाथ आजमा सकते हैं। अक्षय ने बताया, ‘जहां तक मुझे पता है, इमरान के अंदर एक बेहतर लेखक और निर्देशक है। मुझे यह नहीं पता कि वह कब अपनी फिल्म खुद डायरेक्ट करेंगे, मैं कोई दबाव नहीं डालने वाला हूं। लेकिन एक दोस्त के तौर पर देखता हूं तो मुझे ऐसा लगता है कि वो जल्द ही अपनी फिल्म डायरेक्ट करेंगे।  जब इमरान डायरेक्शन करेंगे तो मुझे पता है कि वो गजब की फिल्म बनाएंगे क्योंकि सिनेमा को लेकर उनकी सेंसिबिलिटी और समझ बहुत बढ़िया है।’

इमरान खान के फिल्मी करियर को सफल नहीं माना जा सकता। उनकी कुछेक फिल्मों को छोड़ दें तो बाकी की सभी फिल्में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई। तो क्या इस वजह से इमरान ने एक्टिंग को अलविदा कह दिया? अक्षय बताते हैं, ‘इमरान की एक्टिंग छोड़ने या उनकी फिल्मों की असफलता को चूक नहीं कहूंगा, क्योंकि हर एक्टर की फिल्में फ्लॉप होती हैं। उन्होंने कोशिश की, कभी फिल्में चलती हैं, कभी नहीं चलती। मैं यह कहूंगा कि बीच रास्ते में जब चीज़े सही नहीं चल रही थी, तब उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी।

अक्षय ओबेरॉय ने बताया कि इमरान को एक्टिंग से ज़्यादा लगाव नहीं था जितना फिल्मों की राइटिंग और डायरेक्शन से है। उन्होंने बताया कि इमरान खान ने एक्टिंग छोड़ डाइरेक्शन में आने का मन बना लिया है और वो कहते हैं कि राइटिंग और डायरेक्शन उनका जुनून है।