‘शार्क टैंक इंडिया’ के हालिया एपिसोड में फाउंडर्स की एक तिकड़ी ने अपने पेटेंट प्रोडक्ट के लिए पिच किया। उन्होंने शार्क्स से 5% इक्विटी के बदले में 5 करोड़ रुपये की मांग की। उनकी कंपनी का नाम था गोल्डन फेदर्स, जिसकी वैल्यू 100 रुपये बताई गई। फाउंडर्स ने बताया कि वह अपनी कंपनी में किस तरह का काम करते हैं, जिसे सुनकर अमन गुप्ता ने सवाल किया।
दरअसल पिचर्स ने कहा कि वह चिकन के वेस्ट से कपड़ा तैयार करते हैं, और ऐसा करने वाले वह पहले हैं। उन्होंने बताया कि चिकन के बचे हुए पंख, खून, स्किन और सेल्स से वह कपड़ा तैयार करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रति किलो चिकन में करीब 650 ग्राम खाने लायक होता है और बाकी का 350 वेस्ट होता है, इससे उन्होंने धागे तैयार करने का तरीका निकाला है।
उन्होंने बताया कि भारत में इसका मार्केट लिमिटेड है, लेकिन दुनियाभर के लगभग 80 अन्य देशों में फैलाया जा सकता है। फाउंडर्स ने बताया कि उनके इस बिजनेस से राजस्थान की आदिवासी महिलाओं को रोजगार मिल रहा है।
अमन गुप्ता इस बिजनेस आइडिया से नाखुश दिखे। उन्होंने फाउंडर्स से पूछा,”इसमें थोड़ी घिन नहीं आती लोगों को?” फाउंडर्स ने बताया कि ये प्रोडक्ट लेदर की तरह ही है। लेकिन शाकाहारी लोगों को इससे दिक्कत हो सकती है। इसपर अमन ने कहा,”आप कह रहे हो कि ये बस मांसाहारी लोगों के लिए है?” अनुपम मित्तल ने कहा कि लोग भेड़ की ऊन से बने शॉल भी खरीदते हैं, लेकिन अमन मानने को तैयार नहीं हुए।
नमिता थापर भी इस प्रोडक्ट के लिए सामने रखी गई डील के लिए नहीं मानीं। अमित जैन ने भी कहा कि ये तो साफ है कि लोगों को इस प्रोडक्ट में कोई दिलचस्पी नहीं है। इसके बाद अमन ने कहा, “पहले तो ये कि मैं आपकी 5 करोड़ की मांग को ही नहीं समझ पाया। दूसरी बात ये कि मुझे आपके इनोवेशन पर विश्वास नहीं है, और मैं किसी ऐसी चीज में इन्वेस्ट नहीं कर सकता जिस पर मुझे विश्वास नहीं है। मैं आपको अपने 5 करोड़ रुपये नहीं दे सकता। मैं बाहर हूं।” अमन के साथ-साथ सभी शार्क्स इस डील से बाहर हो गए।