अजय देवगन रेड 2 के साथ बड़े पर्दे पर वापस आए हैं। एक्टर 7 साल पहले आई फिल्म रेड के बाद एक बार फिर सख्त और ईमानदार अफसर के रोल में नजर आ रहे हैं। लेकिन असली रेड कौन करता है? असली रेड कैसे होती है? फिल्मों में जो दिखाते हैं, वो पूरा सच नहीं होता।
चाहे IAS, IPS या IFS अफसर हों, आजकल इनकी कहानियां फिल्मों में खूब दिखाई जा रही हैं। लेकिन IRS (इनकम टैक्स अफसर) के बारे में बहुत कम दिखाया जाता है। रेड 2 में अजय देवगन IRS अफसर के रोल में हैं।
एक रिटायर्ड IRS अफसर रवि कपूर बताते हैं कि असली रेड कैसे होती है – रेड से पहले, रेड के दौरान और रेड के बाद क्या होता है।
रेड से पहले: जानकारी मिलना, इजाजत और निगरानी
रवि कपूर ने कहा बताया कि जो रेड वो करते हैं उसे सरकारी भाषा में “सर्च” कहते हैं। ये कोई आम जांच नहीं होती, बल्कि बड़ी टैक्स चोरी को पकड़ने के लिए होती है।
रवि कपूर बताते हैं – रेड तभी होती है जब किसी से पक्की जानकारी मिलती है। कोई गुप्त खबर देता है कि कोई आदमी बिना बताए बहुत पैसा कमा रहा है या गलत काम कर रहा है। कभी-कभी खबर देने वाला कोई दुश्मन या कंपनी का पुराना कर्मचारी भी हो सकता है। अगर रेड में पैसे मिल जाते हैं, तो खबर देने वाले को इनाम भी मिलता है।
लेकिन सिर्फ जानकारी से रेड नहीं होती। इसके लिए बड़े अफसर जैसे एडिशनल कमिश्नर की लिखित इजाजत चाहिए होती है। इसके बाद सर्च वारंट बनता है, जिसमें लिखा होता है कि कहां और कौन अफसर रेड करेगा।
रेड से पहले अफसर चुपचाप उस जगह की निगरानी करते हैं। देखते हैं कि वहां कौन आता-जाता है, ट्रक कब आते हैं, लोग कब मिलते हैं, ताकि सही समय पर रेड की जाए।
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रेड के दौरान: अचानक जाना, सबूत इकट्ठा करना
रेड के दिन सबसे पहले अफसर अपनी पहचान और सर्च वारंट दिखाते हैं। रवि कपूर ने कहा, “पहचान दिखाना जरूरी है, नहीं तो लोग फर्जी अफसर बनकर ठगी भी कर सकते हैं।”
रेड अचानक होती है ताकि सबूत मिटाए न जा सकें। लेकिन जब बड़े आदमी या नेता टारगेट होते हैं तो खबर फैलने का खतरा होता है। इसलिए अफसरों को बहुत सावधानी रखनी पड़ती है।
रेड में अफसर सारे दस्तावेज, डायरी, पुराने बिल, बिना रसीद वाले कागज ढूंढते हैं। इन्हें “खर्ची-पर्ची” भी कहते हैं।
वो ये भी देखते हैं कि जितना माल बना है, उतना ही बेचा गया है या नहीं।
रेड कई घंटे या पूरा दिन चल सकती है। जाने से पहले अफसर ”पंचनामा” बनाते हैं, यानी सर्च का लिखित रिकॉर्ड, जिस पर कम से कम 5 गवाहों के साइन होते हैं।
रवि कपूर कहते हैं – “अगर पंचनामा नहीं बनाओगे, तो केस कोर्ट में कमजोर हो जाएगा। चाहे कुछ मिले या नहीं, ये कागज बनाना जरूरी है।”
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रेड के बाद: जांच और कार्रवाई
रेड खत्म होने के बाद सारे दस्तावेजों और सबूतों की जांच होती है कि कितनी टैक्स चोरी हुई। अगर सरकार साबित कर दे कि जानबूझकर इनकम छुपाई गई, तो वो पिछले 5 साल तक के रिकॉर्ड चेक कर सकती है।
इसके बाद आरोपी को नोटिस भेजा जाता है, जिसमें जवाब मांगा जाता है। फिर कानूनी कार्रवाई शुरू होती है।
बड़े बिजनेसमैन या नेताओं की रेड ज्यादा मुश्किल होती है। क्योंकि जैसे ही उनके नाम की खबर फैलती है, दबाव बनाना शुरू हो जाता है। रवि कपूर बताते हैं, “लोग आपके सीनियर को फोन करते हैं, प्रेशर डालते हैं।”
अफसर जानते हैं कि अमीर और ताकतवर लोग बदला भी ले सकते हैं, काम से या पर्सनल लाइफ से।
घर में रेड: सावधानी और इज्जत जरूरी
जब रेड किसी के घर होती है, तो अफसरों को बहुत संभलकर काम करना होता है। घर में बच्चे, औरतें या बुजुर्ग होते हैं। इसलिए महिला अफसर का साथ होना जरूरी होता है।
कपूर बताते हैं, “लोग डर जाते हैं। हमें समझाना पड़ता है कि ये सिर्फ जांच है, कोई क्रिमिनल केस नहीं। टैक्स चोरी लालच से होती है, हिंसा से नहीं।”
वो एक केस बताते हुए कहते हैं- एक 70 साल के बिजनेसमैन की रेड में वो आदमी डर के कांपने लगा। कपूर ने उसे समझाया – “डरिए मत, हम सिर्फ जांच कर रहे हैं। हो सकता है हम गलत हों।”
कपूर कहते हैं – “एक अच्छे अफसर को ध्यान रखना चाहिए कि उसकी वजह से किसी को नुकसान न हो। आप सजा देने नहीं, सच जानने आए हैं।”
अगर हिंसा हो: पुलिस मदद करती है
अगर रेड में हिंसा का डर हो, तो पुलिस को बुलाना जरूरी होता है। लेकिन पहले से बताने में खतरा होता है कि कहीं खबर लीक न हो जाए। कभी-कभी लोकल पुलिस खुद आरोपी से मिली होती है।
अगर रेड में बड़े अपराध के सबूत मिलें, तो केस ‘ईडी’ या ‘सीबीआई’ को दे दिया जाता है। फिर मामला और बड़ा हो जाता है।
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अफसरों पर दबाव और डर
फिल्मों में अफसरों को हीरो दिखाते हैं। लेकिन असली जिंदगी में ये काम बहुत टेंशन वाला होता है। रेड करने वाले अफसरों को डर लगता है, हिंसा का, केस फेल होने का, या करियर पर असर का।
कपूर बताते हैं, “डर रेड के बाद भी रहता है। मेरे एक सीनियर को रेड के बाद गोली मार दी गई थी। ये नौकरी खतरे वाली होती है।”
उन पर रिजल्ट लाने का भी दबाव होता है, “क्या कुछ मिलेगा? क्या मैं साबित कर पाऊंगा कि मेरी जानकारी सही थी?”
IRS अफसरों की ताकत
ज्यादातर फिल्मों में IAS और IPS को ही दिखाया जाता है। लेकिन IRS अफसर भी बहुत ताकतवर होते हैं। रवि कपूर कहते हैं, “हम टैक्स चोरी रोकते हैं, ये देश के लिए बहुत जरूरी काम है।”
वो कहते हैं, “अगर IRS अफसर ईमानदार हो, तो देश की सेवा करता है। लेकिन अगर करप्ट हो, तो खुद के लिए खूब पैसा बना सकता है।”
ये इंटरव्यू स्क्रीन के लिए मानस श्रीवास्तव ने लिया है।