अनुभव सिन्हा की वेब सीरीज ‘आईसी 814 द कंधार हाइजैक’ इस वक्त काफी चर्चा में है। इस वेब सीरीज में विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, मनोज पाहवा और दीया मिर्जा जैसे महान कलाकारों ने दमदार रोल निभाए हैं। ये वेब सीरीज 1999 में IC 814 के कंधार हाईजैक की सच्ची घटना पर आधारित है, जिसे याद करते हुए नसीरुद्दीन ने बताया कि  जब वास्तव में ऐसा हुआ था तो वो बहुत डर गए थे।  उन्हें लगने लगा था कि इस्लामोफोबिया की लहर आने वाली है।

मंगलवार को, नसीरुद्दीन शाह ने इस वेब सीरीज के लिए रखी गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सालों पुराने पैदा हुए उस डर को याद किया, जब उन्हें 1999 में हुई चौंकाने वाली घटना से ‘इस्लामोफोबिया की लहर’ का डर लगने लगा था।  अभिनेता ने बताया कि वो बहुत परेशान हो गए थे।

नसीरुद्दीन को लग रहा था डर

नसीरुद्दीन शाह ने कहा, “जब ये हुआ मैं उस वक्त करीब 50 साल का था।  मुझे याद है कि मैं बेहद परेशान था क्योंकि मुझे डर था कि इससे इस्लामोफोबिया की एक और लहर भड़क जाएगी। खुशकिस्मती से ऐसा नहीं हुआ।  मैं उस हालात को लेकर बहुत चिंतित था और मुझे ऐसा लग रहा था अब क्या होगा। मैं बेचैन था। मुझे नहीं समझ पता कि  मुझे ऐसा क्यों महसूस हुआ। मुझे अब भी वो फीलिंग याद है।”

वेब सीरीज को लेकर हो रहा विवाद

आपको बता दें कि वेब सीरीज ‘आईसी 814 द कंधार हाइजैक’ में आतंकियों के नामों को लेकर इस वक्त विवाद छिड़ा हुआ है। वास्तव में  अपहर्ताओं के नाम इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सैयद, सनी, अहमद काजी, जहूर मिस्त्री और शाकिर थे। जबकि इस वेब सीरीज में उन्हें बदलकर  भोला, शंकर, डॉक्टर, बर्गर और चीफ आदि रखा गया है। मेकर्स पर आरोप है कि ऐसा कर के उन्होंने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की है।

मंगलवार को सूचना और प्रसारण (I&B) मंत्रालय के अधिकारियों और नेटफ्लिक्स के प्रतिनिधियों के बीच बैठ हुई, जिसमें नेटफ्लिक्स की ओर से आश्वासन दिया गया कि वो इस सीरीज के डिस्क्लेमर में दिए गए नामों को अपडेट कर असली नाम को मेंशन करेंगे।