एक अच्छे गायक होने के साथ ही अदनान सामी को वजन घटाने के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने 6 सालों में अपना 160 किलो वजन कम किया है। कुछ सालों पहले उनका वजन बहुत ज्यादा बढ़ गया था। अपने कई फैंस के लिए वजन घटाकर अब वो एक रोल मॉडल के तौर पर उभरे हैं। हाल ही में हुए एक कॉन्कलेव में सामी ने कहा कि मैंने वजन कम करने के बारे में अपना मन बना लिया था। मेरे पिता की मौजूदगी में एक डॉक्टर ने कहा था कि अगर मेरा यही वजन रहा तो मैं ज्यादा दिनों तक जिंदा नहीं रह पाउंगा। 1989 में मेरे पिता को पैनक्रिएटिक कैंसर हुआ था। तब से वो इस बीमारी से लड़ रहे थे और आखिरकार 2009 में उनका निधन हो गया। उन सालों के दौरान लंदन में उन्होंने जिद करके मुझे मेडिकल चेकअप करवाने के लिए कहा। जब मैंने खुद का चेकअप करवाया तो डॉक्टर ने मेरी मेडिकल हालत देखते हुए कहा कि मैं ज्यादा दिनों तक जी नहीं पाउंगा। यह उसने मेरे पिता के सामने कहा। जिसके बाद उन्होंने मुझे कहा कि मैं अपनी मौत से पहले तुम्हें मरता हुआ नहीं देखना चाहता। उस एक शब्द ने मुझे वजन घटाने के लिए प्रेरित किया।
अदनान ने बताया कि उस वक्त मेरा वजन 230 किलो था। मैंने इसपर मेहनत करनी शुरू की। मैंने 6 सालों में 160 किलो घटाए। वजन घटाना मेरे लिए 80 प्रतिशत मनोवैज्ञानिक और 20 फीसदी शारीरिक तौर पर था। इससे पहले की बातचीत में जब सामी से भारतीय नागरिकता चुनने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा मैं 17 सालों से यहां रह रहा हूं। भारत मेरी कर्मभूमि है। मैं बहुत से देशों में रहा हूं। लेकिन मेरा दिल हमेशा भारत में लगा रहा क्योंकि यहां के लोगों ने मुझे बहुत प्यार दिया है। भारतीय नागरिकता पाने के लिए मुझे कई अच्छे और बुरे दौर से गुजरना पड़ा। फाइनली ये मुझे मिल गई और मैं इसके लिए बहुत खुश हूं। मैं भारत को पसंद करता हूं। यहां मेरा प्यार है। पाकिस्तानी मूल के गायक ने कहा मैं एक भारतीय होने पर गर्व महसूस करता हूं।
बता दें कि पाकिस्तान सिंगर अदनान सामी शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर भारत के नागरिक बन गए। गृह राज्यमंत्री किरण रिजीजू ने उन्हें भारतीय नागरिकता का सर्टिफिकेट सौंपा। इसके बाद अदनान ने अपनी खुशी माइक्रोब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर जाहिर की। उन्होंने इसे अपना नया जन्म करार दिया। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को थैंक्स भी कहा। रिजीजू से सर्टिफिकेट लेने के बाद सामी ने अपना मशहूर गाना, ”तेरी ऊंची शान है मौला, मुझको भी तो लिफ्ट करा दे” गाया।
