Adnan Sami on Padma Shri award controversy: हाल ही में 46 वर्षीय पाकिस्तानी मूल के भारतीय अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने की घोषणा हुई थी जिसके बाद से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही आलोचना पर अदनान ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी है। एक वेब पोर्टल को दिए इंटरव्यू के दौरान अदनान ने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि वो पद्मश्री के लिए पाकिस्तानी हैं उन लोगों की हताशा को मैं समझ सकता हूं। मेरे पास पद्मश्री है और उनके पास कुछ नहीं है। मुझे हमारी सरकार द्वारा सम्मानित किया जा रहा है और उन लोगों को ये सम्मान नहीं मिल रहा है जिसके चलते मैं उनकी बौखलाहट और कड़वाहट समझ सकता हूं।
अदनान ने आगे कहा कि जो भी लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं उनमें से 30 प्रतिशत ईर्ष्या और अपने जीवन से निराश हैं। एक और 30 प्रतिशत लोगों का अटेंशन चाहते हैं जो मशहूर हस्तियों को भीड़ से अलग महसूस करना पसंद करते हैं। 20 प्रतिशत गुमराह करने वाली आत्माएं हैं। और बाकी 20 प्रतिशत वास्तव में बकवास लिखते हैं ताकि वो लाइमलाइट में बने रहें। मैं ट्रोल पर विश्वास क्यों करूं जब यहां पर मेरे साथ 1.3 बिलियन लोग हैं जो लगातार मेरा साथ दे रहे हैं।
कुछ राजनीतिक दलों ने अदनान को पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने पर विवाद खड़ा कर दिया था जिसपर अदनान ने कहा कि कुछ नेता अपने राजनीतिक लाभ के लिए उनका नाम विवादों में घसीट रहे हैं। फिलहाल अदनान इस खुशी को सेलिब्रेट करने की तैयारी कर रहे हैं। जल्द ही अदनान एक ग्रैंड पार्टी का आयोजन करके बॉलीवुड और अपने तमाम दोस्तों संग जश्न मनाते हुए नजर आएंगे।
मालूम हो कि अदनान सामी को 2016 में भारतीय नागरिकता दी गई थी। सरकार द्वारा इस सम्मान के लिए चुने जाने पर अदनान सामी ने खुशी प्रकट की थी। अदनान ने कहा था कि उन्हें कभी भी इसकी उम्मीद नहीं थी कि उन्हें इस सम्मान से नवाजा जाएगा ये उनके लिए एक सपने जैसा है उन्होंने इस सम्मान पाने की महत्वाकांक्षा कभी नहीं की थी। अदनान ने इस सम्मान के लिए चुने जाने पर भारत की जनता के साथ ही सरकार को भी धन्यवाद दिया।