आदित्य रॉय कपूर बॉलीवुड में अपना नाम बना चुके हैं। वह अपने किरदार के लिए पहले से ही तैयारी करके रखने वालों में से हैं। लेकिन जब बात आती है अनुराग बसु के साथ काम करने की तो हाल कुछ और ही होता है। आदित्य की मानें तो अनुराग पहले से स्क्रिप्ट ही नहीं देते, बल्कि जब सीन शूट होने वाला होता उस वक्त वह एक्टर को स्क्रिप्ट थमाते हैं।
आदित्य रॉय कपूर ने अनुराग बसु के साथ ‘लूडो’ में काम किया है। उनके साथ काम करने के अपने अनुभव को साझा करते हुए आदित्य ने बताया कि अनुराग भारी-भरकम सीन को छोड़कर शूटिंग से कुछ घंटे पहले ही अभिनेताओं को डायलॉग देना पसंद करते हैं।
फिल्म कैंपियन को दिए इंटरव्यू में आदित्य ने इस बारे में बताया। आदित्य ने कहा कि एक स्टोरीटेलर के रूप में अनुराग आपको थोड़ा अलग रखना पसंद करते हैं। एक्टर ने कहा, “मुझे लगता है कि वह आपको थोड़ा अलग रखना चाहते हैं ताकि आप सेट पर आएं और कुछ ऐसा करें जो आप दोनों ने पहले से तय नहीं किया हो। मुझे लगता है कि यह तभी हो सकता है जब अभिनेता के पास कुछ प्लान बनाने और वे क्या करने जा रहे हैं इसे प्लान करने के लिए बहुत अधिक समय न हो। यही लूडो के बारे में एक खूबसूरत बात थी। इसकी आदत पड़ने में कुछ दिन लग गए। मैं आम तौर पर अपना सारा काम करना पसंद करता हूं…”
लूडो एक ब्लैक कॉमेडी क्राइम फिल्म थी, जिसे अनुराग बसु ने लिखा और निर्देशित किया था। इंटरव्यू में आदित्य ने अनुराग के काम करने के तरीके के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने कहा, “लूडो के मामले में, कोई एक स्क्रिप्ट नहीं थी। यह सब अनुराग के दिमाग में था लेकिन मुझे कहानी का सारांश मिल गया। इसलिए, मुझे पता था कि बाकी सभी का ट्रैक क्या था और मेरा ट्रैक क्या था। यह एक सारांश था, कोई डायलॉग ड्राफ्ट नहीं। इशारों में भी डायलॉग थे। तो, एक अभिनेता के रूप में, आप उस सीमित डेटाबेस से जितना संभव हो उतना सीखने की कोशिश कर रहे होते हैं।”
आदित्य ने कहा, “डायलॉग सुबह आते हैं। मेकअप के दौरान, दरवाजा खुलता है और लड़का कहता है, ‘गरम गरम सीन आया है सर’ और मैं कहता हूं, ‘मुझे सीन दे दो और बाहर निकल जाओ!’ लेकिन सीन के लिए, डायलॉग एक रात पहले आते थे।” आदित्य ने कहा, “ऐसा वह आपको टॉर्चर करने के लिए नहीं कर रहा होता है,
