रणबीर कपूर की फिल्म ‘बर्फी’ को अनुराग बासु ने डायरेक्ट किया था। ये फिल्म साल 2012 में रिलीज हुई थी और दर्शकों को काफी पसंद भी आई थी, लेकिन रणबीर के पिता ऋषि कपूर को ये फिल्म ज्यादा अच्छी नहीं लगी थी। साथ ही उन्होंने अपने बेटे की फिल्में करने की पसंद पर भी सवाल खड़े कर दिए थे। सिमी ग्रेवाल के साथ एक इंटरव्यू में बात करते हुए ऋषि कपूर ने दो टूक कहा था कि मैं उसका सेक्रेटरी नहीं हूं।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ऋषि कपूर बोले थे, ‘मुझे रणवीर सिंह बहुत पसंद हैं। उन्होंने बाजीराव मस्तानी में क्या एक्टिंग की थी। मेरा बेटा भी बहुत अच्छा एक्टर है। मैं कई बार उसकी फिल्म करने की पसंद से इत्तेफाक नहीं रखता हूं। मैं उसके करियर पर सीधी निगाह नहीं रखता हूं। क्योंकि स्टार का पिता हूं उसका सेक्रटरी नहीं। मैं कभी उसे ‘वेक अप सिड’, ‘रॉकेट सिंह’ और ‘बर्फी’ जैसी फिल्में नहीं करने देता। बर्फी में क्या बिल्कुल दिव्यांग है।’

ऋषि कपूर का जवाब सुनकर सभी लोग चौंक जाते हैं। सिमी ग्रेवाल कहती हैं क्या सच में बर्फी अच्छी नहीं थी। इसके जवाब में ऋषि कपूर बोलते हैं, ‘फिल्म की रिलीज से पहले लोग कह रहे थे कि तेरे बेटा को क्या हो गया है। वह चाहते थे कि मेरे बेटे को एक स्टार होना चाहिए। भले ही अब ज़माना बदल गया है और मुझे खुशी है इस बात की कि मेरे बेटे ने मुझे गलत साबित किया और ऐसी एक्टिंग की।’

सिमी ग्रेवाल पूछती हैं, ‘जब आप एक्टर थे तो ऐसी चीजें नहीं करते थे। आपको अचानक ही ऐसा क्या हो गया है? किसी विवाद पर नहीं बोलते थे तो क्या स्टारडम आपके ऊपर बोझ था?’ ऋषि कपूर इसके जवाब में कहते हैं, ‘ऐसा नहीं है। मैं तो ट्विटर पर आना भी नहीं चाहता था। अनुष्का शर्मा के साथ मैं शूटिंग कर रहा था। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सर आपको भी ट्विटर पर होना चाहिए। फिर अभिषेक बच्चन की बात मानकर मैं ट्विटर पर आया। कई बार चीजें जरूरी नहीं कि मैं अपनी ही शेयर करूं।’