आमिर खान अभिनीत फिल्म ‘पीके’ के खिलाफ बजरंग दल कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बढ़ने के बीच कांग्रेस ने आज तोड़-फोड़ की निंदा की और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार खामोश रह कर इसे शह दे रही है।

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विट किया, ‘‘पीके फिल्म के खिलाफ बजरंग दल तथा अन्य तत्वों द्वारा तोड़फोड़ की कारवाई की निंदा करते हैं। क्या (प्रधानमंत्री) मोदी गुजरात की मुख्यमंत्री से उप्रदवियों के खिलाफ कारवाई करने के लिए कहेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘या कम से कम अपने ट्वीटर पर इसकी निंदा करेंगे। नहीं वह ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि बजरंग दल के उप्रदवी जो कर रहे हैं उसमें उनका विश्वास है। फासीवाद का बदनुमा चेहरा।’’

पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि पीके पर हमला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रहार है। उन्होंने ट्वीट में सवाल किया कि बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की वकालत करने वाले कहां हैं।

आमिर खान की फिल्म ‘पीके’ के खिलाफ प्रदर्शन तेज करते हुए बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कल कथित रूप से हिंदू देवताओं और बाबाओं का मजाक बनाने वाली यह फिल्म दिखा रहे गुजरात के थिएटरों में तोड़-फोड़ की और चेतावनी दी कि इसके प्रदर्शन को रोका जाए।

गुजरात के अलावा दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने आगरा और उत्तर प्रदेश के मऊ और मध्य प्रदेश के भोपाल में भी प्रदर्शन किया और फिल्म के पोस्टर फाड़े। ऐसी खबरें हैं कि दक्षिण मुंबई के परेल के एक थिएटर ने फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया है।

अहमदाबाद और गुजरात के अन्य हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुआ और दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने कम से कम दो थिएटरों को फिल्म का प्रदर्शन रोकने पर मजबूर कर दिया।