साल 2017 के आठ महीने बीत चुके हैं और अभी तक कोई भी बॉलीवुड फिल्म 150 करोड़ के आंकड़े को छू नहीं पाई है। पिछले दो सालों से सुपरस्टार वाली बॉलीवुड फिल्में बड़ी ही आसानी से 200 करोड़ के आंकड़े को छू लिया करती थीं। सलमान खान की ट्यूबलाइट, शाहरुख खान की रईस, ऋतिक रोशन की काबिल और वरुण धवन की बद्रीनाथ की दुल्हनिया ने 125 करोड़ रुपए कमाए हैं लेकिन कोई भी फिल्म हिट नहीं कही जा सकती है। अक्षय कुमार की टॉयलेट एक प्रेम कथा सफल रही वहीं इरफान खान की हिंदी मीडियम 75 करोड़ की कमाई करने की वजह से बजट के हिसाब से सुपरहिट कही जा सकती है। हाफ गर्लफ्रेंड ने अच्छा बिजनेस किया लेकिन उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई।

सलमान खान, शाहरुख खान, रणबीर कपूर, सुशांत सिंह राजपूत और यहां तक कि कंगना रनौत की फिल्में इस साल कुछ खास नहीं कर पाई। साल 2017 में फिल्म इंडस्ट्री अपने हालिया समय के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। बाहुबली 2 जिसे तेलुगू में बनाकर हिंदी में डब किया गया था उसने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी कमाई की लेकिन इसे बॉलीवुड का प्रोडक्ट नहीं कहा जा सकता। बाहुबली ने हिंदी में 511 करोड़ रुपए कमाए। बाहुबली का कलेक्शन सलमान खान की ट्यूबलाइट, शाहरुख खान की जब हैरी मेट सेजल, अक्षय की टॉयलेट एक प्रेम कथा, रणबीर कपूर की जग्गा जासूस, सुशांत सिंह राजपूत की राब्ता और कंगना रनौत, शाहिद कपूर और सैफ अली खान की रंगून से काफी ज्यादा रहा।

एशियन एज से बात करते हुए ट्रेड एनालिस्ट अतुल मोहन ने कहा- ऐसा लगता है कि यह साल बॉलीवुड से लिए बहुत बुरा है। इतनी सारी फिल्में कभी फ्लॉप नहीं हुई थीं। मोहन ने कहा- मुंह से निकले शब्द फिल्म को बर्बाद कर रहे हैं। एगर कोई फिल्म बुरी है तो उसे लेकर नकारात्मकता बहुत तेजी से फैल रही है। किसी फिल्म के बेकार होने की खबर वाट्सऐप मैसेज, फेसबुक और ट्विटर के जरिए फैल रही हैं। लेकिन अगर कोई फिल्म अच्छी है तो उसे बढ़ने में समय लगता है। 4 से 5 दिनों में लोगों को एहसास होता है कि उन्हें जाकर फिल्म देखनी चाहिए क्योंकि वो पैसे खर्च करने से पहले अपने दोस्तों की प्रतिक्रिया का इंतजार करते हैं।

दूसरे ट्रेड पंडित का कहना है कि दुर्भाग्य से इस साल बहुत सारी बेकार फिल्में आई हैं। तो इसमें क्या गलत है अगर लोग उसे लेकर गलत बातें प्रसारित कर रहे हैं? वो केवल दूसरों की दिलचस्पी के लिए ऐसा कर रहे हैं।