राजस्थान के सहाड़ा और सुजानगढ़ उपचुनाव में कांग्रेस तो राजसमंद में बीजेपी ने जीत हासिल की है। 17 अप्रैल को यहां भाजपा, कांग्रेस के अलावा सांसद हनुमान बेनीवाल की आरएलपी सहित अन्य पार्टियों ने भी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। वहीं तीनों जिलों में अच्छा मतदान देखने को मिला था। इसके बाद कुल 27 प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया था।
कर्नाटक की मस्की विधानसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस जीत गई है। यहां 2018 में कांग्रेस ने ही जीत दर्ज की थी। यह सीट रायचूर जिले में आती है। 2018 में इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रतापगौड़ा पाटिल ने भारती जनता पार्टी के बसवनागौड़ा तुराविहाल को 213 वोटों से हराया था। प्रतापगौड़ा इस बार बीजेपी के टिकट से मैदान में थे। जबकि पिछली बार के रनर बसवनागौड़ा तुराविहाल इस बार कांग्रेस के टिकट से मैदान में थे। उन्होंने 81,251 वोट हासिल किए।
उधर, झारखंड के मधुपुर विधानसभा उपचुनाव में जेएमएम प्रत्याशी हफीजूल हसन ने बीजेपी के गंगा नारायण सिंह को शिकस्त दी। 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में मधुपुर सीट से JMM प्रत्याशी हाजी हुसैन अंसारी ने जीत दर्ज की थी। हेमंत सरकार में वे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बने थे। कोरोना संक्रमित होने के बाद 3 अक्टूबर 2020 को उनका निधन हो गया था। उसके बाद से यह सीट खाली है। हफीजुल हसन उनके पुत्र हैं।
पांच राज्यों हुए चुनाव के परिणाम 2 मई (रविवार) को घोषित किए जाएंगे। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई। रुझान आने लगे हैं। जनसत्ता.कॉम की वेबसाइट पर हम आपको सबसे तेज और सटीक रुझान/नतीजे उपलब्ध करवाएंगे। इसके अलावा अंग्रेजी में रुझान और परिणाम जानने के लिए इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर भी जा सकते हैं। जनसत्ता के सभी सोशल प्लेटफॉर्म पर रुझान के लाइव अपडेट्स और परिणाम जारी किए जाएंगे। इसके लिए आप हमारे फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, लिंक्ड इन और टेलीग्राम पेज पर भी जा सकते हैं।
प्रमुख टीवी चैनलों और यूट्यूब चैनल पर भी नतीजे दिखाए जाएंगे। इसके अलावा सुबह 8 बजे के बाद से ही चुनाव आयोगी की वेबसाइट https://eci.gov.in/ पर भी रुझान आने लगेंगे। उम्मीद है कि शाम 3 बजे तक राज्यों की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। हालांकि हम आपको सभी सीटों पर चुनाव परिणाम आने तक हर जानकारी देते रहेंगे।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की 294, तमिलनाडु की 234, असम की 126, केरल की 140 और पुदुचेरी की 30 सीटों पर मतदान हुए थे। पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा आठ चरणों में चुनाव कराए गए। वहीं असम में तीन चरणों में वोट डाले गए थे। कई एग्जिट पोल में दिखाया गया कि पश्चिम बंगाल में फिर से ममता बनर्जी सरकार की वापसी हो सकती है। हालांकि भाजपा का दावा है कि वह 200 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करेगी। वहीं एग्जिट पोल में असम में भाजपा सरकार की वापसी की बात कही गई है।
कर्नाटक की मस्की विधानसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस जीत गई है। यहां 2018 में कांग्रेस ने ही जीत दर्ज की थी। यह सीट रायचूर जिले में आती है। 2018 में इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रतापगौड़ा पाटिल ने भारती जनता पार्टी के बसवनागौड़ा तुराविहाल को 213 वोटों से हराया था। प्रतापगौड़ा इस बार बीजेपी के टिकट से मैदान में थे। जबकि पिछली बार के रनर बसवनागौड़ा तुराविहाल इस बार कांग्रेस के टिकट से मैदान में थे। उन्होंने 81,251 वोट हासिल किए।
राजस्थान के सहाड़ा और सुजानगढ़ उपचुनाव में कांग्रेस तो राजसमंद में बीजेपी ने जीत हासिल की है। 17 अप्रैल को यहां भाजपा, कांग्रेस के अलावा सांसद हनुमान बेनीवाल की आरएलपी सहित अन्य पार्टियों ने भी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। वहीं तीनों जिलों में अच्छा मतदान देखने को मिला था। इसके बाद कुल 27 प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया था।
मधुपुर उपचुनाव में JMM के प्रत्याशी हफीजुल हसन ने BJP के गंगा नारायण सिंह को शिकस्त दे दी है। 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में मधुपुर सीट से JMM प्रत्याशी हाजी हुसैन अंसारी ने जीत दर्ज की थी। हेमंत सरकार में वे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बने थे। कोरोना संक्रमित होने के बाद 3 अक्टूबर 2020 को उनका निधन हो गया था। उसके बाद से यह सीट खाली है। हफीजुल हसन उनके पुत्र हैं।
बीजेपी की तमाम कोशिशों के बावजूद ममता बनर्जी ने उसे न केवल 100 से नीचे के आंकड़े पर समेट दिया बल्कि नंदीग्राम सीट पर शुभेंदु को पटखनी भी दे डाली। शुभेंदु कभी ममता सरकार में नंबर दो की हैसियत रखते थे। हालांकि, नंदीग्राम का चुनाव बेहद नजदीकी रहा। आखिरी समय तक चली जद्दोजहद में ममता ने आखिरकार शुभेंदु को 12 सौ वोट से मात दे दी।
चुनाव आयोग ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को विजय उत्सव पर तत्काल रोक लगाने के लिए पत्र लिखा है। चुनाव आयोग ने निर्देश दिए हैं कि जिम्मेदार SHO और अन्य अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ आपराधिक और अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए।
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के 234 सीटों में से 231 के रुझान आ चुके हैं। इनमें 118 सीटों पर द्रविड़ मुनेत्र कड़गम और 79 सीटों पर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम आगे चल रही है। वहीं भाजपा चार सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा कांग्रेस को 12 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है।
पुडुचेरी में मतगणना जारी है। यहां चुनाव आयोग ने 30 में से 12 सीटों के रुझान जारी कर दिए हैं। इनमें 5 सीटों पर ऑल इंडिया एन.आर.कांग्रेस, 3 सीटों पर भाजपा और 2 सीटों पर कांग्रेस पार्टी आगे चल रही है।
असम विधानसभा चुनाव में 54 सीटों पर भाजपा, 26 सीटों पर कांग्रेस, 10 सीटों पर ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट और 10 सीटों पर असम गण परिषद आगे चल रही है।
चुनाव आयोग की तरफ से आधिकारिक रुझानों की घोषणा भी शुरू हो गई है। इसमें साफ है कि केरल में अब तक 3.67 फीसदी मतों की गिनती हो चुकी है, जबकि पुडुचेरी में 2.1 फीसदी और तमिलनाडु में 1.2 फीसदी वोटोंकी गिनती हुई है। सबसे पीछे असम और पश्चिम बंगाल हैं, जहां क्रमशः 0.77 और 0.80 फीसदी वोटों की गिनती हुई है।
चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव में डाले गए वोटों की गिनती जारी है। तमिलनाडु में अब तक डीएमके 40 सीटों बढ़त बनाए है, जबकि सत्तासीन एआईएडीएमके 32 सीटों पर आगे है। दूसरी तरफ बंगाल में टीएमसी को 74 और भाजपा को 72 सीटों पर बढ़त मिली है। केरल में एलडीएफ 61 और यूडीएफ 47 सीटों पर आगे है, जबकि भाजपा को भी 4 सीटें मिलती दिख रही हैं। असम में भाजपा 29 पर और कांग्रेस 18 पर आगे है। पुडुचेरी में भाजपा का गठबंधन चार और कांग्रेस एक सीट पर बढ़त बनाए है।
चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के रुझान आने शुरू हो गए हैं। सबसे पहले पोस्टल बैलट्स की गिनती शुरू हुई है। हालांकि, चुनाव आयोग सुबह 9 बजे तक ही पहले रुझान जारी करेगा।
पश्चिम बंगाल में 108 मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा की तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है जहां बने स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीन और वोटर वेरीफाइबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। अफसरों ने बताया कि 23 जिलों में फैले मतगणना केंद्रों पर कम से कम 292 पर्यवेक्षकों और केंद्रीय सुरक्षा बलों की 256 कंपनियों को तैनात किया गया है। पश्चिम बंगाल विधानभा की 294 सीटों के लिए 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में मतदान कराए गए हैं।
पांच राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ आज ही उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के नतीजे भी आने हैं। वोटों की गिनती कुछ ही देर में शुरू होगी। सुबह 10 बजे के आसपास शुरुआती रुझान/ट्रेंड्स आने लगेंगे।
केरल में 140 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, उनकी कैबिनेट के 11 सदस्य, विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओम्मन चांडी, भाजपा के राज्य इकाई के प्रमुख के. सुरेंद्रन, ‘मेट्रोमैन’ ई. श्रीधरन और पूर्व केंद्रीय मंत्री के जे अलफोंस सहित 957 उम्मीदवार मैदान में हैं। सभी एक्जिट पोल और चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए जीत का अनुमान जताया गया है लेकिन विपक्षी यूडीएफ ने उम्मीद नहीं छोड़ी है।
तमिलनाडु में अभिनेता-नेता कमल हासन के मक्कल निधी मैयम सहित चार गठबंधन मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक और मुख्य विपक्षी द्रमुक के बीच है। मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी, उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन, उनके बेटे उदयनिधि स्टालिन, अम्मा मक्काल मुनेत्र कझगम के प्रमुख टीटीवी दिनाकरण, एमएनएम के हसन और भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख एल. मुरूगन सहित करीब 4000 उम्मीदवार मैदान में हैं।
13 राज्यों में 13 विधानसभा सीटों एवं चार लोकसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव की भी मतगणना दो मई को होगी। निर्वाचन आयोग ने विजय जुलूस निकालने और रोड शो करने पर रोक लगा दी है।
पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश में वोटों की गिनती के लिए 1382 कर्मियों को तैनात किया गया है, जबकि करीब 400 पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात होंगे। परिणाम आज शाम तीन बजे तक आ जाने की संभावना है।
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के लिए पूर्व मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी नीत ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला है। एक्जिट पोल में रंगास्वामी नीत मोर्चे की जीत की संभावना जताई गई है।
चुनाव 234 विधानसभा सीटों पर हुए। इसके अलावा कन्याकुमारी लोकसभा सीट पर उपचुनाव भी हुआ था, जहां कांग्रेस के विजय वसंत और भाजपा के पोन राधाकृष्णन के बीच मुख्य मुकाबला है।
असम के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मुताबिक, मतगणना प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाले करीब 35,000 मतगणना अधिकारी तथा उम्मीदवार के प्रतिनिधियों ने 30 अप्रैल को कोविड-19 जांच कराई है।
पश्चिम बंगाल में 108 मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा की तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है जहां बने स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीन और वोटर वेरीफाइबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। अधिकारी ने बताया कि 23 जिलों में फैले मतगणना केंद्रों पर कम से कम 292 पर्यवेक्षकों और केंद्रीय सुरक्षा बलों की 256 कंपनियों को तैनात किया गया है।
निर्वाचन आयोग ने मतगणना के लिए मेजों को ऐसे लगाने का फैसला किया है जिससे सामाजिक दूरी का अनुपालन किया जा सके। अधिकारियों ने कहा, ‘‘एक कक्ष में मतगणना के लिए सात से अधिक मेजें नहीं होंगी जबकि पहले यह संख्या 14 होती थी। अधिक संख्या में मेजें वहां लगाई जाएंगी जहां पर जगह की कमी नहीं हो।’’
अधिकारियों ने कहा, ‘‘हमनें राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों से प्रतिनिधियों की सूची कोविड-19 जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाण पत्र के साथ देने को कहा है। उन्हें सुरक्षा मानकों को पूरा करने पर ही प्रवेश दिया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि सभी जिलों के प्रशासन को आदेश जारी किया गया है कि वे मतगणना केंद्रों के बाहर भीड़ जमा होने से रोकें और इन नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। अधिकारियों ने बताया कि मतगणना प्रक्रिया शुरू करने से पहले सभी ईवीएम और वीवीपैट को विषाणु मुक्त किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक मतगणना केंद्र पर कम से कम 15 बार सेनेटाइज करने का काम किया जाएगा और इस दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का संख्ती से अनुपालन करने के साथ ही भीड़ एकत्र करने पर रोक रहेगी। उन्होंने बताया कि मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी जो देर रात तक जारी रह सकती है। निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देश के मुताबिक प्रत्याशी या उनके प्रतिनिधि कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट या टीके की दोनों खुराक लेने का प्रमाण पत्र दिखाकर ही मतगणना केंद्र के भीतर जा सकेंगे।
निर्वाचन आयोग ने हाल ही में पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों की रविवार को होने वाली मतगण्ना के लिए विस्तृत तैयारी की है। साथ ही कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि स्वास्थ्य नियमों एवं सामाजिक दूरी का कड़ाई से अनुपालन हो। अदालत ने हाल ही में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान मतदान कराए जाने को लेकर निर्वाचन आयोग को फटकार लगाई थी। ऐसे में कोविड-19 बचाव संबंधी प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन करने के चलते 822 विधानसभा सीटों के लिए 2,364 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं जबकि 2016 की मतगणना के दौरान इनकी संख्या 1,002 थी।
कल पश्चिम बंगाल के भी चुनाव परिणाम आने वाले हैं। इससे पहले जेडीयू के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार ने दावा किया है कि इस परिणाम का असर बिहार पर भी पड़ने वाला है। उन्होंने कहा कि इससे अगले चुनाव में भाजाप बिहार में भी मजबूत होगी। वहीं राजनीति विश्लेषक अरुण पांडेय का कहना है कि भाजपा इस बार ज्यादा फायदे में रहने वाली है। अगर सरकार नहीं भी बनी तो भी उसका फायदा ही होगा।
पश्चिम बंगाल में वोटों की गिनती के लिए पूरी तैयारी की जा रही है। यहां कमरों का सैनिटाइजेशन हो रहा है। बाहर भी सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखने के इंतजाम किए गए हैं।
कोरोना की विकरालता को देखते हुए इस बार चुनाव आयोग ने चुनावी जीत के जश्न पर रोक लगा दिया है। उम्मीद है कि कल शाम तक सभी राज्यों में स्थिति साफ हो जाएगी लेकिन कहीं कोई जश्न का आयोजन नहीं होगा। बता दें कि पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु समेत सभी राज्यों में लगातार कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में आंशिक लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगा दिए हैं।