पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू ने अकाली नेता विक्रम जीत सिंह मजीठिया को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर उनमें हिम्मत है तो वो केवल अमृतसर पूर्व से चुनाव लड़कर दिखाएं। सिद्धू ने कहा कि मजीठिया का दो जगहों से चुनाव लड़ने का फैसला दिखाता है कि वो डरे हुए हैं। मजीठिया ने अमृतसर पूर्व के साथ मजीठा से भी नामांकन भरा है।

सिद्धू ने कहा कि अमृतसर के लोग उनके साथ हैं। उन्हें अपनी जीत पर पूरा भरोसा है। वो किसी भी सूरत में दो सीटों से चुनाव लड़ने नहीं जा रहे। लेकिन लगता है कि विक्रम जीत सिंह को अपनी जीत का भरोसा नहीं है। तभी वो दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। ध्यान रहे कि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने साले विक्रम जीत सिंह को सिद्धू के खिलाफ मैदान में उतारा है। उनका दावा है कि वो सिद्धू का घमंड तोड़ेंगे।

विक्रम जीत सिंह मजीठिया फिलहाल विवादों के केंद्र में भी हैं। ड्रग्स मामले में फिलहाल वो अदालतों के चक्कर काट रहे हैं। सिद्धू पहले भी उन्हें कटघरे में खड़ाकर चुके हैं। बकौल सिद्धू पंजाब में ड्रग्स के अवैध कारोबार के मुखिया विक्रमजीत सिंह ही हैं।

उनका तो यहां तक कहना है कि अगर उनकी चली तो वो विक्रम जीत सिंह को सलाखों के पीछे डाल देंगे। सिद्धू का कहना है कि पंजाब के भविष्य को बर्बाद करने का काम अकाली नेताओं की सरपरस्ती में मजीठिया ने किया है।

गौरतलब है कि पंजाब चुनाव में इस बार बहुकोणीय मुकाबला है। एक तरफ कांग्रेस है तो दूसरा तरफ बसपा के साथ गठजोड़ करके अकाली दल ताल ठोक रहा है। सूबे के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी बीजेपी और अकाली दल संयुक्त के साथ गठबंधन करके चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने कॉमेडियन भगवंत मान को अपना चेहरा बनाकर पंजाब को फतह करने का दावा किया है।