सुरेंद्र सिंघल

सहारनपुर जिले के तीन रसूखदार सियासी घरानों मौलाना असद मदनी, काजी रशिद मसूद और चौधरी यशपाल सिंह के वारिस उनकी विरासत को बचाने के लिए इस बार के चुनावी रण में विभिन्न दलों से उतरे हैं। महत्त्वपूर्ण यह है कि एक-दूसरे के दशकों तक प्रतिद्वंद्वी रहे चौधरी यशपाल सिंह और काजी रशीद मसूद के वारिस इस बार भी अलग-अलग दल से आमने-सामने हैं।

पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद दिवंगत चौधरी यशपाल सिंह के छोटे बेटे चौधरी इंदर सैन गुर्जर समाजवादी पार्टी की ओर से गंगोह सीट से उम्मीदवार हैं जबकि काजी रशिद मसूद के भतीजे और इमरान मसूद के सगे भाई नौमान मसूद बसपा की ओर से चौधरी इंदर सैन के सामने गंगोह सीट से उतरे हैं। गंगोह सीट पर कुल मतदाता तीन लाख 54 हजार 735 हैं। इस सीट पर 14 फरवरी को मतदान होना है।

दूसरी ओर पूर्व सांसद मौलाना असद मदनी के पौत्र एवं पूर्व सांसद मौलाना महमूद मदनी के भतीजे उमेर मदनी को असदुद्दीन औवेसी की पार्टी एआइएमआईएम पसंद आई है। वे मुसलिम बहुल देवबंद सीट से औवेसी के उम्मीदवार बने हैं। उमेर मदनी के पिता मसूद मदनी देवबंद के चर्चित लोगों में से हैं। पिछले दिनों महमूद मदनी ने अपने एक साक्षात्कार में असदुद्दीन औवेसी की कड़ी निंदा की थी।

उधर समाजवादी पार्टी ने यह स्पष्ट किया है कि देवबंद से घोषित उम्मीदवार कार्तिकेय राणा को रालोद का चुनाव चिन्ह नल आवंटित किया गया है। रामपुर मनिहारान सीट पर भी रालोद उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। पूर्व सांसद जगपाल सिंह के बेटे विजयकांत ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कराया।

सहारनपुर जिले में सात विधानसभा सीट है। समाजवादी पार्टी पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही है। सहारनपुर सीट पर संजय गर्ग, बेहट से उमर अली खान, सहारनपुर देहात से आशु मलिक, गंगोह से चौधरी इंदर सैन, बेहट से पूर्व एमएलसी उमर अली खां, नकुड़ सीट से पूर्व मंत्री डा. धरम सिंह सैनी ने नामांकन दाखिल किया है।इन उम्मीदवारों में सबसे अमर प्रत्याशी कार्तिकेय राणा हैं। जबकि नौमान मसूद के पास सबसे कम संपत्ति है।