उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल की संयुक्त रैली के दौरान उस वक्त एक हादसा हो गया, जब मंच टूट गया। राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी जैसे ही पहुंचे, मंच टूट गया और इस दौरान कई नेता गिर पड़े। आनन-फानन में आसपास मौजूद लोगों ने नेताओं और कार्यकर्ताओं को बाहर निकाला। इस दौरान कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं।
अलीगढ़ के इगलास में आयोजित सभा को जयंत चौधरी संबोधित करने वाले थे। जयंत चौधरी के मंच पर आने की खबर के साथ भीड़ ने धक्कामुक्की शुरू कर दी और बैरिकेडिंग तोड़ दी। ज्यादा लोगों के आ जाने से मंच टूट गया और सीढ़ियों पर जो लोग खड़े थे वो नीचे गिर गए। मंच से नीचे गिरने के कारण कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अलीगढ़ के इगलास में होने वाली समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल की संयुक्त रैली को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा था। सपा-रालोद की इस रैली के जरिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी एक साथ मंच साझा करने वाले थे, लेकिन होम आइसोलेशन में होने के कारण अखिलेश यादव इस रैली में नहीं जा सके।
बुधवार को अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव और उनकी बेटी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद सपा प्रमुख ने कोरोना का टेस्ट कराया। उन्होंने खुद को होम आइसोलेट करने के बारे में बताते हुए ट्वीट किया- “परिवार के लोगों के कोरोना पॉज़िटिव होने की वजह से हम तीन दिनों के लिए एहतियात बरतते हुए सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाएंगे।”
यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, रालोद और समाजवादी पार्टी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। दोनों दल संयुक्त रैलियों के जरिए पश्चिमी यूपी के जिलों में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। जाट बहुल इलाकों में रालोद खासा ध्यान दे रही है। पश्चिमी यूपी के इन जिलों में किसान आंदोलन के दौरान से ही जयंत चौधरी काफी सक्रिय दिखाई दिए हैं। वहीं, भाजपा की नजर भी इन इलाकों के अन्य समुदायों पर है।