लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण की वोटिंग भी संपन्न हो गई है। 94 सीटों पर 64 फीसदी के करीब वोटिंग हुई है, पिछले चुनाव की तुलना में ये कम है, लेकिन फाइनल आंकड़ा इससे कुछ ज्यादा भी हो सकता है। तीसरे चरण की वोटिंग ज्यादातर राज्यों में शांति से हो गई, लेकिन बंगाल और दूसरे कुछ राज्यों में हिंसा की खबरें भी सुनने को मिलीं। तीसरे चरण की सारी हाइलाइट यहां जानते हैं-
राज्य | वोटिंग |
असम | 81.7% |
बिहार | 58.2% |
छत्तीसगढ़ | 71.1% |
DN Haveli & D. Diu | 69.9% |
गोवा | 75.2% |
गुजरात | 59.5% |
कर्नाटक | 70.4% |
मध्य प्रदेश | 66.0% |
महाराष्ट्र | 61.4% |
उत्तर प्रदेश | 57.3% |
पश्चिम बंगाल | 76.5% |
अब जानकारी के लिए बता दें कि असम में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है, वहीं सबसे कम वोटिंग का कारनामा फिर उत्तर प्रदेश ने किया है। इसके अलावा हिंसा की घटनाएं सबसे ज्यादा बंगाल में दर्ज की गई हैं। मुर्शिदाबाद और जंगीपुर में टीएमसी और बीजेपी के कार्यकर्ता एक दूसरे से भिड़े, दोनों तरफ से डराने-धमकाने का काम भी हुआ। कई शिकायतें दर्ज करवाई गई हैं। पिछले चरण में भी बंगाल में हिंसा का दौर देखने को मिला था, मारपीट की नौबत तक आई थी।
वैसे तीन चरणों के चुनाव के बाद एक चीज पकड़ में आई है- कम वोटिंग। पहले चरण में 66 फीसदी के करीब मतदान हुआ, दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत। अब बात अगर तीसरे चरण की करें तो 6 फीसदी की गिरावट पिछली बार की तुलना में देखने को मिली है। कम वोटिंग के कई कारण हैं, बढ़ती गर्मी से लेकर वीकेंड पर हो रहे मतदान इसके लिए जिम्मेदार है। चुनाव आयोग कह जरूर रहा है कि वोटिंग बढ़ाने के लिए सारे जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन जमीन पर उसका असर ज्यादा दिख नहीं रहा।