अगर अभी आम चुनाव हुए तो केंद्र की सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार गिर सकती है और त्रिशंकु लोकसभा के परिणाम आ सकते हैं। इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे के मुताबिक एनडीए को कुल 237 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 से 99 कम हैं, जबकि यूपीए को 166 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 से 106 सीटें ज्यादा है। अन्य दलों को कुल 140 सीटें मिल सकती हैं जो पिछले चुनाव से 13 सीटें कम हैं। बता दें कि बहुमत का आंकड़ा 272 है जो सर्वे में किसी भी गठबंधन को मिलता नहीं दिख रहा है। एनडीए बहुमत से 35 सीटें दूर दिखाई देता है। 2014 में भाजपा ने अकेले 272 से ज्यादा का आंकड़ा हासिल किया था। वोट शेयर की बात करें तो सर्वे के मुताबिक एनडीए को 35 फीसदी, यूपीए को 33 फीसदी और अन्य को 32 फीसदी वोट मिल सकता है।

बता दें कि सर्वे में एनडीए के तहत भाजपा, शिव सेना, आरपीआई, जेडीयू, एलजेपी, शिरोमणि अकाली दल, अपना दल, ऑल इंडिया एन रंगास्वामी कांग्रेस, बोडो पीपुल्स फ्रंट, नगा पीपुल्स फ्रंट, डीएमडीके, नेशनल पीपुल्स पार्टी, सिक्किम डेमोक्रेटिक पार्टी और पीएमके को रखा गया है जबकि यूपीए में कांग्रेस, डीएमके, जेडीएस, नेशनल कॉन्फ्रेन्स, जेएमएम, केरल कांग्रेस (मणि), आईयूएमएल, एनसीपी, आरजेडी, आरएलडी, आरएलएसपी और टीडीपी को रखा गया है। अन्य दलों में सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस, आप, एआईएडीएमके, एआईएमआईएम, असम गण परिषद, फॉरवर्ड ब्लॉक, बीजेडी, सीपीआई, सीपीआई(एम), आईएनएलडी, पीडीपी, एमएनएस, एआईयूडीएफ, टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस, एनएलपी और आरएसपी शामिल है। ऐसी सूरत में सरकार बनाने के तीन विकल्प नजर आते हैं।

पहला विकल्प: अगर सपा-बसपा और तृणमूल कांग्रेस यूपीए में शामिल हो जाती है और एनडीए में कोई जोड़-घटाव नहीं होता है तब सर्वे के मुताबिक यूपीए को कुल 269 सीटें मिल सकती हैं जो बहुमत से मात्र तीन कम है, जबकि एनडीए का आंकड़ा घटकर 219 और अन्य का 55 सीटों पर आ सकता है। वोट शेयर के तौर पर भी यूपीए का आंकड़ा बढ़कर 44 फीसदी हो सकता है, जबकि एनडीए को 35 फीसदी और अन्य दलों को 21 फीसदी वोट मिल सकता है।

दूसरा विकल्प: अगर एनडीए में एआईएडीएमके और वाईएसआर कांग्रेस शामिल हो जाती है तब एनडीए का आंकड़ा बढ़कर 234 हो सकता है। अभी भी एनडीए बहुमत के आंकड़े से 38 सीट दूर रह सकती है। दूसरी तरफ अगर यूपीए में सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस के अलावा पीडीपी भी शामिल हो जाती है तब यूपीए को कुल 272 सीटें मिल सकती हैं जो बहुमत का आंकड़ा है। ऐसी स्थिति में अन्य दलों को 37 सीटें मिल सकती हैं।

तीसरा विकल्प: अगर एनडीए में एआईएडीएमके, वाईएसआर कांग्रेस के अलावा नवीन पटनायक की बीजू जनता दल और चंद्रशेखर राव की टीआरएस भी शामिल हो जाती है तब उसे 257 सीटें मिल सकती हैं। दूसरी तरफ यूपीए में अगर सपा, बसपा, टीएमसी, पीडीपी के अलावा कोई और दल नहीं शामिल नहीं होता है तब भी बहुमत का आंकड़ा (272) यूपीए के पास ही रहता है और अन्य के खाते में 14 सीटें रह सकती हैं। ऐसी सूरत में भी यूपीए ही केंद्र में सरकार बना सकेगी। यानी तीन में से दो विकल्पों में यूपीए की सरकार बन सकती है।

बता दें कि इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स ने 19 राज्यों की कुल 97 संसदीय सीटों के तहत 194 विधान सभा क्षेत्रों में 28 दिसंबर 2018 से लेकर 08 जनवरी 2019 तक सर्वे किए हैं। इसमें कुल 12 हजार 166 लोगों के इंटरव्यू किए गए हैं। इनमें 69 फीसदी ग्रामीण और 31 फीसदी शहरी इलाकों के आंकड़े हैं। उत्तर प्रदेश में अकेले 20 संसदीय क्षेत्रों में कुल 1103 इंटरव्यू किए गए हैं। यूपी के अलावा सर्वे में बिहार, दिल्ली, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, एमपी, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल भी शामिल रहे हैं।