सिक्किम विधानसभा के चुनावी नतीजे सामने आने लगे हैं। इस चुनाव में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (Sikkim Krantikari Morcha) को भारी बहुमत मिला है, लेकिन भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया (Bhaichung Bhutia) चुनाव हार गये हैं। उन्हें बारफंग (Barfung) सीट पर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के रिक्षल दोरजी भूटिया (Rikshal Dorjee Bhutia) ने 4336 वोटों से पराजित किया। बाइचुंग भूटिया सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट पार्टी (Sikkim Democratic Front Party) से उम्मीदवार हैं। वह इस पार्टी के उपाध्यक्ष है।
बाइचुंग भूटिया की पार्टी को भी मिली करारी शिकस्त
उनकी पार्टी को राज्य में भारी हार का सामना करना पड़ा है। राज्य विधानसभा के लिए मतदान 19 अप्रैल को हुए थे। 2018 में बाइचुंग भूटिया ने अपनी पार्टी ‘हमारो सिक्किम पार्टी (Hamaro Sikkim Party)’ की स्थापना की थी, हालांकि बाद में उसे राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट में विलय कर दिया।
पश्चिम बंगाल में भी चुनाव लड़ चुके हैं भारतीय फुटबालर
बाइचुंग भूटिया इससे पहले जितनी बार चुनाव में उतरे, हर बार उनको पराजय का सामना करना पड़ा। वह टीएमसी के टिकट पर दो बार पश्चिम बंगाल से हार चुके हैं। वह 2014 में दार्जिलिंग (Darjeeling) सीट से लोकसभा चुनाव में उतरे थे, उसके बाद वह 2016 में सिलिगुड़ी (Siliguri) सीट से विधानसभा चुनाव में टीएमसी के उम्मीदवार बने, लेकिन दोनों जगह हार का सामना करना पड़ा। 2019 में बाइचुंग भूटिया सिक्किम की राजधानी गंगटोक (Gangtok) और टूमेन-लिंगी (Tumen-Lingi) से अपनी पार्टी से विधानसभा चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन इस बार भी जीत नहीं सके। 2019 के उपचुनाव में भी वह हार गये। इस बार हार के साथ ही 10 साल के उनके राजनीतिक सफर में यह 6वीं हार है।
सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) सुप्रीमो पवन कुमार चामलिंग (Pawan Kumar Chamling) रविवार को पोकलोक-कामरंग (Poklok Kamrang) और नामचेयबुंग (Namcheybung) विधानसभा सीट हार गए। पोकलोक-कामरंग सीट पर चामलिंग ‘सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा’ (SKM) के उम्मीदवार भोजराज राय से 3,063 मत से हार गए। राय को 8,037 वोट मिले, जबकि चामलिंग को 4,974 वोट मिले।
चामलिंग नामचेयबुंग विधानसभा क्षेत्र में एसकेएम उम्मीदवार राजू बसनेत से 2,256 मत से हार गए। बसनेत को 7,195 और चामलिंग को 4,939 मत मिले। सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) ने 32 सदस्यीय विधानसभा में लगातार दूसरी बार राज्य की सत्ता में वापसी की।