Rajasthan Vidhan Sabha Election Result 2018, Rajasthan Chunav Result 2018: खूंखार अपराधी आनंदपाल का असर मौत के बाद भी बीजेपी के चुनावी नतीजों पर पड़ा। आनंदपाल की बेटी संयोगिता ने बीजेपी के खिलाफ चुनाव प्रचार कर कांग्रेस से सुस्त पड़े चुनाव प्रचार में जान फूंक दी थी और उसी का असर कहें कि सीकर सीट कांग्रेस की झोली में चली गई है। कांग्रेस के राजेंद्र पारीक ने इस सीट पर 83472 रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है। राजस्थान विधानसभा चुनाव में आनंदपाल की बेटी संयोगिता भी किसी स्टार प्रचारक से कम नहीं थी। कांग्रेस के लिए संजीवनी बनकर आई संयोगिता ने चूरू जिले में कांग्रेस के पक्ष में ताबड़तोड़ प्रचार किया था। करीब 10 गांवों के लोगों से मुलाकात कर संयोगिता ने भाजपा सरकार को जमकर घेरा था और उसका खासतौर पर संयोगिता का फोकस राजपूत बाहुल्य इलाकों पर था। अपने पिता के एनकाउंटर का जिक्र करते हुए संयोगिता ने लोगों से कहा, भाजपा ने हम पर अत्याचार किए हैं और बेगुनाह का एनकाउंटर किया है।
आनंदपाल की बेटी के संयोगिता के साथ दर्जनों लोग थे और गांव-गांव जाकर बीजेपी के विरोध में प्रचार कर रहे थे। संयोगिता का फोकस राजपूत बाहुल्य इलाकों पर था। आनंदपाल नागौर जिले की लाड़नूं विधानसभा के सांवराद का रहने वाला था। संयोगिता के प्रचार का असर नागौर के साथ-साथ चूरू और सीकर जिले की सीटों पर भी देखने को मिला। चूरू में बेहद कम अंतर से कांग्रेस नेता की हार हुई और बीजेपी के चिकित्सा मंत्री रहे राजेंद्र राठौड़ सीट बचाने में कामयाब रहे। अपने ही दोस्त की हत्या कर सुर्खियों में आया आनंदपाल धीरे-धीरे राजस्थान का सबसे बड़ा गैंगस्टर बन गया था। कोर्ट से फरार आनंदपाल राजस्थान पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया था। आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद राजस्थान विरोध की आग में सुलग गया था। परिजनों ने आनंदपाल के फर्जी एनकांउटर का आरोप लगाकर शव का दाह संस्कार करने से मना कर दिया था। इसके बाद आनंदपाल के समर्थन में विरोध होने लगे और वसुंधरा सरकार के खिलाफ माहौल बनता चला गया था। सरकार ने आनंदपाल का जबरदस्ती दाह संस्कार कर मामला तो शांत करवा दिया था लेकिन राजपूत समाज में नाराजगी बढ़ गई थी।