शिरोमणी अकाली दल के नेता, माझा के जरनैल और पंजाब की सियासत में फर्स्ट फैमिली का ओहदा रखने वाले बादल परिवार के करीबी रिश्तेदार… बिक्रम मजीठिया के लिए पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 केक वॉक हो सकता था, लेकिन तब जब वह अपनी पारंपरिक सीट मजीठा से लड़ते तो… मगर इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। ड्रग्स केस में आरोपों का सामना कर रहे बिक्रम मजीठा के लिए इस समय शायद जीवन का सबसे कठिन दौर है, इसलिए उन्होंने पंजाब की सियासत सबसे कठिन मुकाबला खुद के लिए चुन लिया।
बिक्रम मजीठिया अमृतसर ईस्ट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और नवजोत सिंह सिद्धू को चुनौती दे रहे हैं। इससे भी ज्यादा रोचक बात यह है कि मजीठिया सिद्धू के खिलाफ चुनाव इसलिए लड़ रहे हैं, क्योंकि उन्हें सिद्धू ने चैलेंज किया था और अब मजीठिया खुलकर सिद्धू को चैलेंज कर रहे हैं। अब सवाल यह है कि बिक्रम मजीठिया अमृतसर ईस्ट सीट से लड़ रहे हैं तो मजीठा से कौन खड़ा है? मजीठा से शिरोमणी अकाली दल ने टिकट दिया है ब्रिकम मजीठिया की पत्नी गनीव कौर को, जिन्हें घोषणा के दो दिन पहले तक यह भी नहीं पता था कि वह चुनाव लड़ रही हैं या नहीं।
गनीव कौर भले ही माझा के जरनैल नाम से मशहूर ब्रिकम मजीठिया की पत्नी हैं, लेकिन मजीठा विधानसभा में उन्हें कम ही लोग जानते हैं। उन्होंने बुधवार को चुनाव प्रचार की शुरुआत की। कला प्रेमी रहीं गनीव कौर बरसों से मजीठा में अपने पति के प्रचार से दूर ही रही हैं। मजीठा सीट से 2007 में बिक्रम मजीठिया को पहली जीत मिली थी, जिसके बाद से अब गनीव कौर की पहली झलक वोटर्स ने देखी है।
बिक्रम मजीठिया और गनीव कौर की शादी 2009 में हुई थी। इनके दो बच्चे हैं। मजीठिया के परिवार का एक राजनीतिक रसूख रहा है तो वहीं गनीव कौर भी बड़े परिवार से आती हैं। वह राधा स्वामी ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह की रिश्तेदार हैं। बाबा गुरिंदर सिंह हाल ही में उस समय बड़ी चर्चा में आए थे जब उन्होंने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ मुलाकात की थी। यह मीटिंग बिक्रम मजीठिया के खिलाफ ड्रग्स रैकेट के मामले में दर्ज केस के ठीक बाद हुई थी। मजीठिया पर लगे आरोपों का बचाव करते हुए पंजाब के पूर्व सीएम सुखबीर बादल ने मजीठिया और उनकी पत्नी गनीव कौर को बड़ा ही धार्मिक बताया था।
गनीव कौर ने अपने चुनावी हलफनामे में खुद को बिजनेसवुमन और कृषक बताया है। उन्होंने संपत्ति का खुलासा करते हुए बताया कि उनके पास तीन का, करीब 35 लाख की ज्वेलरी, शेयर और पंजाब, हिमाचल में कृषि भूमि है। गनीव कौर 2005 से 2009 तक Christie’s India की प्रतिनिधि थीं। उनका क्रिस्टी इंडिया को प्रमोट करना और मुंबई में ऑफिस स्टेब्लिश करना। गनीव कौर ने क्रिस्टी के लिए कई ऑक्शन भी करवाए। गनीव कौन ने 1996 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया।
पत्रकारों से बात करते हुए गनीव कौन ने बताया कि जब पहली बार बिक्रम मजीठिया ने उनसे चुनाव लड़ने की बात पूछी तो उन्हें लगा कि वह मजाक कर रहे हैं। बहरहाल, अब उनके नाम की घोषणा हो चुकी है, वह प्रचार भी शुरू कर चुकी हैं और मजीठा के लोगों के लिए अपना बेस्ट देने का दावा कर रही हैं।
गनीव कौर कहती हैं, “मैं मजीठा विधानसभा का ठीक उसी तरह से ख्याल रखूंगी, जिस तरह से अपने बच्चों का रखती आई हूं।” वहीं, बिक्रम मजीठिया ने बताया कि दो दिन पहले तक गनीव कौर को नहीं पता था कि ऐसा होने जा रहा है। गनीव कौर कहती हैं कि भले ही राजनीति में वह नई हैं, लेकिन यह उनके लिए बहुत कठिन नहीं है।