किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने चुनावी रण में कूदने का ऐलान किया है। ऐसे में उन्हें अपनों से ही चुनौती मिलती दिख रही है। दरअसल पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए गुरनाम सिंह चढूनी की संयुक्त संघर्ष पार्टी (एसएसपी) और बलबीर सिंह राजेवाल के राजनीतिक संगठन संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर गंठबंधन टूटने की तरफ है।
25 सीटों की मांग, मिल रही है 9: गुरनाम सिंह अपने दल के लिए कम से कम 25 सीट मांग रहे हैं लेकिन राजेवाल ग्रुप उनको 9 सीटों से ज्यादा देने को तैयार नहीं है। ऐसे में गुरनाम सिंह ने साफ किया है कि अगर उनकी सीटों की मांग नहीं मानी गई तो वो पंजाब विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ेंगे। चढूनी ने कहा है कि “वे हमें केवल नौ सीटों की पेशकश कर रहे हैं। मैंने राजेवाल जी से हमें कम से कम 25 सीटें दी जाये।
एसएसएम ने पहले एसएसपी के साथ सीट बंटवारे पर फैसला लेने के लिए एक समिति का गठन किया था। 9 जनवरी को चढूनी ने एसएसएम के साथ चुनाव समझौते के लिए बातचीत की थी और उसके बाद, उन्होंने अपनी पार्टी के 10 उम्मीदवारों की निर्धारित घोषणा को रोक दिया था।
हम एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहते हैं: सामने आए एक वीडियो में चढूनी ने कहा, “हम पिछले छह महीनों से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। हमारे पास 40-50 सीटों के लिए उम्मीदवार हैं। वे (राजेवाल गुट) एसएसएम के गठन के बाद से (हमें) नजरअंदाज कर रहे हैं जबकि हम एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि हमने राजेवाल से बात की और उनसे अपने संगठन के लिए संतोषजनक सीटें देने की मांग की। उन्होंने कहा, “हम नहीं चाहते कि हम अलग से लड़ें लेकिन वे (एसएसएम) हमारी अनदेखी कर रहे हैं।”
बता दें कि चढूनी और राजेवाल तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन के सबसे प्रमुख चेहरों में से एक हैं। चढूनी का आरोप है कि आंदोलन के दौरान भी राजेवाल और उनके सहयोगियों ने मुझे अनदेखा किया। गौरतलब है कि पंजाब में इसी साल 14 फरवरी को एक ही चरण में मतदान होना है। जिसके नतीजे 10 मार्च को आएंगे।