श्वेता दत्ता

आम आदमी पार्टी के स्वयंसेवक पूरे पंजाब में विधान सभा चुनाव की तैयारी में व्यस्त हैं लेकिन पूरे राज्य के प्रचार की कमान चंडीगढ़ के एक संभ्रांत इलाके में बने “वार रूम” से संचालित हो रही है। इस दो मंजिला बंगले में आईआईटी स्नातकों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के पेशेवर, खाना बनाने वाले रसोइये, दो वक्त का खाना पहुंचाने वाले ऑटो ड्राइवरों, सब्जी-फल विक्रेताओं की आमदरफ्त से जबरदस्त चहल-पहल रहती है। इस बंगले से आम आदमी पार्टी राज्य में “परिवर्तन” लाने की मुहिम में जुटी हुई है।

इस इमारत के आसपास पूर्व ब्यूरोक्रेट और पुलिस अफसरों के घर हैं। बंगले के लॉन में प्लास्टिक की कुर्सियां पड़ी हुई हैं। दोनों मंजिलों पर पांच-पांच कमरे हैं। दूसरे तल्ले पर खुली छत पर सफेद तिरपाल लगाकर भी कुछ कमरे बनाए गए हैं।  बंगले के ज्यादातर कमरों में “आउट ऑफ बाउंड्स” के प्रिंट आउट लगाए हैं जिनसे कार्यकर्ताओं को चुनाव में बाकी बचे दिनों का पता चलता है। कमरों में लगे व्हाइटबोर्डों पर चुनाव प्रचार की रणनीतियों और कार्यक्रमों का ब्योरा दर्ज है। आप के स्वयंसेवक अपने-अपने लैपटॉप में झुके हुए हैं। कुछ लगातार फोन पर बात कर रहे हैं तो कुछ चुनाव के लिए जरूरी आंकड़ों से जूझ रहे हैं।

उत्तराखंड के कौसानी के रहने वाले गंधर्व जोशी 2014 में अटलांटा स्थित एक एमएनसी की अपनी नौकरी छोड़कर आप के लिए काम करने आए थे। वो साल 2013 में दिल्ली में एक एनआरआई फंडरेजिंग और कॉलिंग कैंपेन से जुड़े हुए थे। जब 2014 में अरविंद केजरीवाल ने लोक सभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को वाराणसी में चुनौती दी तो जोशी आप से जुड़ गए। अब वो पंजाब के कॉलिंग कैंपेन के प्रमुख हैं। जोशी के अनुसार पूरी दुनिया से हजारों स्वयंसेवक पार्टी के टॉल-फ्री नंबरों पर फोन करते हैं और पंजाब के मतदाताओं से जुड़े हुए हैं। पार्टी के स्वयंसेवक मतदाताओं से एक तय फॉर्मेट में सवाल पूछते हैं और फिर उन्हें आप से जुड़ने के लिए कहते हैं। जोशी पार्टी के टॉल-फ्री नंबरों पर आने वाले लाखों फोन पर नजर रखते हैं।

आप के इस “वार रूम” में रघु महाजन भी सक्रिय हैं जो आईआईटी और एआईईईई की 2006 की परीक्षा के टॉपर रहे हैं। आईआईटी दिल्ली में दो साल पढ़ाई करने के बाद उसे बीच में छोड़कर एमआईटी में पढ़ने चले गए। उन्होंने कैम्ब्रिज से मास्टर किया फिर पीएचडी करने स्टैनफोर्ड चले गए। छह महीने की सैबेटिकल लेकर उन्होंने तीन ऐप डेवलप किए। एक ऐप स्वयंसेवकों के पंजीकरण के लिए है, दूसरा वोटरों के दरवाजों पर जाकर कैंपेन करने के लिए और तीसरा कैंपेन मैनेजमेंट के लिए।

चंडीगढ़ के रहने वाले महाजन  इस समय पार्टी के बूथ मैनेजमेंट की निगरानी कर रहे हैं।  पंजाब के मांझा इलाके के 5000 मतदान केंद्रों पर तैनात 27 हजार स्वयंसेवक उन्हें सीधे रिपोर्ट करते हैं।  महाजन कहते हैं, “चार फरवरी के बाद मैं पहाड़ों पर छुट्टी मनाने जाऊंगा। उसके बाद मार्च के पहले हफ्ते में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में एक रिसर्च कॉन्फ्रेंस है। उसके बाद मुझे अपनी पीएचडी थीसिस पर इंटरव्यू करना है। सितंबर से मैं पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप पर काम करूंगा। लेकिन 11 मार्च को मैं यहां नतीजे देखने के लिए मौजूद रहूंगा।”

इस बंगले के पहले तल पर ईएनटी सर्जन सारिका वर्मा और एंटरप्रेन्योर ऋचा पाण्डेय मिश्रा स्वयंसेवकों और स्टार प्रचारकों की सूची तैयार कर रही हैं। सारिका एक जिला अस्पताल में विभाग प्रमुख थीं लेकिन नौकरी छोड़कर वो पिछले साल सितंबर में आप से जुड़ गयीं। गुड़गांव स्थित उनका क्लिनिक योगेंद्र यादव के संसदीय चुनाव लड़ने के दौरान पार्टी का दफ्तर था। सारिका बताती हैं कि पार्टी से 27 हजार से ज्यादा स्वयंसेवक जुड़े हुए हैं। इनमें से चार हजार से ज्यादा कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली से आए हैं। सारिका कहती हैं, “मेरा काम ये सुनिश्चित करना है कि सभी स्वयंसेवक पूरे राज्य में फैल जाएं और मतदान के 48 घंटे पहले सभी को वापस भेजने की व्यवस्था करना।” ऋचा आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। उन्होंने आप से जुड़ने के लिए आईआईटी मद्रास के साथ मिलकर चलाए जा रहे स्किल बिल्डिंग स्टार्ट-अप को बंद कर दिया। ऋचा पंजाब के लिए पार्टी के स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम की माइक्रो-मैनेजिंग कर रही हैं।

आप के लिए काम करने वाले कई स्वयंसेवकों के अनुसार उनके परिवारवालों को भी नहीं पता है कि वो पंजाब चुनाव में पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। अमेरिका से अपनी नौकरी छोड़कर आने वाले एक स्वयंसेवक ने कहा, “मेरे माता-पिता सोचते हैं कि मैं दुबई में हूं।” पार्टी 250 से अधिक कार्यकर्ताओं को दोनों वक्त के लिए खाना भी प्रदान करती है। सबको दाल, चावल, रोटी और एक सब्जी दी जाती है। फल और सब्जी विक्रेता पुष्पेंद्र सिंह आप कार्यकर्ताओं को भोजन की व्यवस्था करते हैं। सिंह कहते हैं, “मैं इतना ही कर सकता हूं कि कोई कार्यकर्ता खाली पेट काम न करे।” सिंह की तरह ऑटो चालक ईश्वर भी आप कार्यकर्ताओं को खाना पहुंचाकर पार्टी की मदद कर रहे हैं।