Lok Sabha Election 2019 के तहत पहले चरण का मतदान हो चुका है। ऐसे में नेता लगातार अलग-अलग राज्यों में जनसभाएं कर रहे हैं और सत्ता में आने पर बड़े-बड़े वादे भी कर रहे हैं। वहीं, लोगों ने भी वोट देने से पहले डिमांड करना शुरू कर दिया है। ताजा मामला बिहार के बेगूसराय जिले के गांव थाथा का है, जहां के लोगों का कहना है कि अगर उनके गांव में सड़क नहीं बनी तो वे वोट भी नहीं देंगे।
यह है वोटिंग न करने की वजह : न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस गांव के लोगों ने बताया कि उनका गांव तीन तरफ से नदी से घिरा हुआ है। गांव में आने के लिए सड़क तक नहीं है। ऐसे में उन्हें कहीं भी जाने के लिए नाव से ही सफर करना पड़ता है।
सरकार से है नाराजगी : ग्रामीणों का कहना है कि न तो राज्य सरकार ने उनके लिए कुछ किया और न ही केंद्र सरकार ने। नेता आते हैं और सिर्फ वादे करके लौट जाते हैं। गांव में आज तक सड़क नहीं बनी।
नाव ही एकमात्र सहारा : स्थानीय लोगों के मुताबिक, उनके गांव से बाहर जाने के लिए हमेशा नाव से ही यात्रा करनी पड़ती है, लेकिन हर वक्त यह संभव नहीं होता। इसमें काफी वक्त लगता है। वहीं, कई बार हादसे भी हो जाते हैं।
इलाज की भी सुविधा नहीं : लोगों ने बताया कि उनके गांव में इलाज के लिए भी कोई सुविधा नहीं है। ऐसे में उन्हें दूसरे गांव या शहर का रुख करना पड़ता है, लेकिन वहां जाना भी आसान नहीं होता।
यह है मांग : थाथा गांव के लोगों का कहना है कि वे इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगे। उनका कहना है कि अगर गांव में सड़क नहीं बनी तो वे वोट नहीं डालेंगे। ऐसे में उन्होंने नारा दिया है कि हमको चाहिए रोड, तब वोट।
