प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैम पित्रोदा के सहारे एक बार फिर राहुल गांधी पर तगड़ा निशाना साधा है। तेलंगाना में एक रैली के दौरान पीएम मोदी ने दो टूक कहा है कि शहजादे के अंकल ने देश का अपमान किया। उन्होंने सवाल पूछा कि क्या काले रंग वाले अफ्रीका के होते हैं? अब ये गुस्सा इसलिए देखने को मिला क्योंकि सैम पित्रोदा ने फिर विवाद छेड़ दिया है। उन्होंने दक्षिण के लोगों को अफ्रीका जैसा बता दिया है।
राहुल पर पीएम का निशाना
अब उसी बयान पर पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं बहुत ज्यादा गुस्से में हूँ। शहजादे के अंकल ने जैसी भाषा का प्रयोग किया है, मैं गुस्से में हूँ। संविधान सिर पर रखने वाले आज देश का ऐसा अपमान कर रहे हैं। मैं तो आप सभी से पूछना चाहता हूं- क्या जिनकी चमड़ी काली है, क्या वो अफ्रीका के हैं? इन लोगों ने मेरे देश को चमड़ी के रंग के आधार पर गाली दी है। मैं तो मानता हूं कि चमड़ी का कोई भी रंग हो, हम तो श्रीकृष्ण की पूजा करने वाले लोग हैं।
अब पीएम मोदी का ये बयान मायने रखता है क्योंकि देश चौथे चरण के चुनाव में जा रहा है। दक्षिण के राज्य तेलंगाना में अभी वोटिंग बाकी है, आंध्र प्रदेश में भी होनी है, उस बीच में इस बयान ने बीजेपी को बूस्ट देने का काम कर दिया है। वैसे इससे पहले भी पित्रोदा ने ही बीजेपी को हमला करने का बड़ा मौका दिया था। उनकी तरफ से विरासत टैक्स को लेकर विवादित बयान दिया गया।
पित्रोदा का एक और विवाद
पित्रोदा ने कहा था कि अमेरिका में तो विरासत टैक्स चलता है। अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की भी संपत्ति है, तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी अगर बच्चों के पास जाती है तो 55 फीसदी सरकार ले लेती है। ये काफी दिलचस्प कानून है। कानून कहता है कि आपको अपनी सारी संपत्ति बच्चे के लिए नहीं छोड़नी है, लेकिन आधी पब्लिक लिए छोड़ देनी चाहिए। भारत में तो ऐसा कोई कानून नहीं है। अगर 10 मिलियन भी कमा रहा है, मरने के बाद वो सारा पैसा बच्चों को मिलता है, पब्लिक के पास कुछ नहीं जाता। लोगों को इस पर डिबेट करनी चाहिए। अब मुझे नहीं पता कि निष्कर्ष क्या निकलेगा, लेकिन जब कांग्रेस संपत्ति बांटने की बात करती है, बात नए कानूनों की है। ये कानून आम आदमी के हित के होते हैं, सिर्फ अमीरों के हित के नहीं।