मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ग्वालियर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला ग्वालियर दौरा होगा। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता कर दी गई है। इसी के चलते उन्हें सुनने आने वाले श्रोताओं पर भी कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके साथ ही संबोधन के लिए बनाया जाने वाला मंच भी अपने आकार को लेकर काफी सुर्खियां बटोर रहा है।
सभा में आने वालों पर लगे हैं ये प्रतिबंध
सुरक्षा व्यवस्था एवं स्वच्छता अभियान के मद्देनजर सभा स्थल पर पानी की बोतल, बैग, फूलमाला, खाने-पीने के सामान, डिब्बे आदि ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। सभा स्थल पर मोबाइल ले जाने की अनुमति होगी लेकिन वे सिर्फ फोटो और वीडियो बनाने में काम आएंगे क्योंकि जैमर लगे होने की वजह से कॉल, मैसेज या इंटरनेट सर्फिंग करना संभव नहीं होगा।
…ऐसे हैं सुरक्षा के इंतजाम
प्रधानमंत्री का काफिला महाराजपुरा एयरबेस से भिंड रोड, बिड़ला हॉस्पिटल, इंद्रमणि नगर होते हुए मेला ग्राउंड तक पहुंचेगा। प्रधानमंत्री के साथ ही सभा में और भी कई वीवीआईपी मौजूद रहेंगे। यहां प्रधानमंत्री शहर के राजनेताओं और व्यापारियों समेत करीब 70 वीआईपी लोगों से मुलाकात करेंगे। हाईप्रोफाइल हस्तियों के जमघट को देखते हुए सुरक्षा के लिए 400 पुलिस अधिकारियों और दो हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। सभा स्थल पर सभी प्रवेश द्वार मेटल डिटेक्टर से लैस रहेंगे। तीन टॉवर से निगरानी और वीडियो रिकॉर्डिंग होगी।
आकार को लेकर मंच भी सुर्खियों में
प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्वालियर मेला ग्राउंड पर बना मंच 56 फीट चौड़ा है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी का ’56 इंच सीने वाला बयान’ लंबे समय से सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर आम लोग और विरोधी दलों के नेता भी अक्सर इसका जिक्र करते रहते हैं। ऐसे में मंच की चौड़ाई 56 फीट होने को लेकर भी काफी चर्चाएं चल रही हैं।