Mizoram Assembly Election Result 2018: मिजोरम के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस और मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के बीच कड़ी टक्कर दिख रही थी, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। खबर अपडेट किए जाने तक, मिजो नेशनल फ्रंट 26, कांग्रेस 5, भाजपा 1 व अन्य 8 सीटों पर आगे हैं। मिजोरम के मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता लाल थनहावला मंगलवार को चंपई दक्षिण और सेरछिप विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव हार गए। थनहावला ने दोनों विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था।
चंपई दक्षिण में, कांग्रेस नेता को मिजो नेशनल फ्रंट के टी.जे. लालनुन्टुआंगा ने 1,049 मतों से हराया, जबकि सेरछिप में निर्दलीय उम्मीदवार लालदुहोमा ने उन्हें 410 मतों से हराया। बता दें कि चुनाव में कांग्रेस और एमएनएफ दोनों ने 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी अपनी किस्मत आजमाने उतर गई है। चुनाव में अपने 39 उम्मीदवार उतारे हैं। राज्य में किसकी सरकार बनेगी, आज इसका फैसला हो जाएगा।
कहां देखें नतीजे: मिजोरम विधानसभा चुनाव के नतीजों का ताजा अपडेट Jansatta.com के चुनाव 2018 पेज पर देखें। इसके अलावा चुनाव आयोग की वेबसाइट https://eci.nic.in/ और मिजोरम चुनाव आयोग की वेबसाइट https://sec.mizoram.gov.in/ पर भी परिणाम देख सकते हैं।
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मिजोरम में एक दशक के बाद मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) सत्ता में वापसी करने के लिए तैयार है। राज्य की 40 सीटों में से एमएनएफ 26 पर आगे चल रही हैं जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस सिर्फ 5 सीट पर आगे है। पूर्वोत्तर में मिजोरम एकमात्र राज्य है, जहां कांग्रेस की सरकार है। ताजा हालात के अनुसार, मिजो नेशनल फ्रंट 26, कांग्रेस 5, भाजपा 1 व अन्य 8 सीटों पर आगे हैं।
मिजोरम के मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता लाल थनहावला मंगलवार को चंपई दक्षिण और सेरछिप विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव हार गए। थनहावला ने दोनों विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। चंपई दक्षिण में, कांग्रेस नेता को मिजो नेशनल फ्रंट के टी.जे. लालनुन्टुआंगा ने 1,049 मतों से हराया, जबकि सेरछिप में निर्दलीय उम्मीदवार लालदुहोमा ने उन्हें 410 मतों से हराया। राज्य में दस वर्षो तक मुख्यमंत्री रहने वाले थनहावला ने सेरछिप विधानसभा क्षेत्र से पिछले चुनाव में 734 मतों से जीत दर्ज की थी।
राज्य की जनता ने मिजो नेशनल फ्रंट को जनादेश दिया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, मिजो नेशनल फ्रंट 25, कांग्रेस 6, भाजपा 1 व अन्य 8 सीटों पर आगे हैं।
ताजा हालात के अनुसार, मिजो नेशनल फ्रंट 24, कांग्रेस 6, भाजपा 1 व अन्य 9 सीटों पर आगे हैं। मतगणना के दौरान उतार-चढ़ाव हो रहा है। बावजूद यह साफ हो चुका है कि जनता ने मिजो नेशनल फ्रंट के पक्ष में खुलकर मतदान किया है।
ताजा रूझान के मुताबिक, मिजो नेशनल फ्रंट 27, कांग्रेस 6, भाजपा 1 व अन्य 6 सीटों पर आगे हैं।
ताजा रूझान के अनुसार, मिजो नेशनल फ्रंट 29, कांग्रेस 6, भाजपा 1 व अन्य 4 सीटों पर आगे हैं। ऐसे में मिजाे नेशनल फ्रंट की सरकार बनने की संभावना प्रबल हो रही है।
मुख्यमंत्री लाल थनहवला सेरछिप में जेडपीएम के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदूहोमा से पीछे चल रहे हैं। थनहवला चम्फाई दक्षिण सीट से भी एमएनएफ के उम्मीदवार टीजे लालनुनतलुआंगा से पीछे चल रहे हैं। वित्त मंत्री लालस्वता आइजोल ईस्ट-2 सीट से पीछे चल रहे हैं। इस सीट से एमएनएफ के रॉबर्ट रोमाविया रॉयते आगे चल रहे हैं। भाजपा के उम्मीदवार पूर्व मंत्री डॉ. बुद्ध धन चकमा तुइचावंग सीट पर एमएनएफ के उम्मीदवार आरएम चकमा से 1,000 से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं। विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एमएनएफ के लालचामलियाना हरांगतुर्जो सीट पर इकलौती महिला मंत्री वानलालवंपुई च्वांगथु से आगे चल रहे हैं।
ताजा हालात ये बता रहे हैं कि मिजोरम में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता ने मिजो नेशनल फ्रंट के उम्मीदवारों के पक्ष में खुलकर मतदान किया है। मिजो नेशनल फ्रंट 27, कांग्रेस 8, भाजपा 1 व अन्य 4 सीटों पर आगे हैं।
पहाड़ी राज्य मिजोरम पूर्वोत्तर राज्यों में कांग्रेस का अंतिम गढ़ है। मौजूदा मुख्यमंत्री व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ललथनहावला लगातार तीसरे कार्यकाल की उम्मीद कर रहे हैं। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री जोरामथंगा की अगुवाई वाले मुख्य विपक्षी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) से कड़ी चुनौती मिल रही है।
मिजोरम में वोटों की गिनती जारी है। अभी तक यहां एक सीट पर रुझान आया है, जिसमें कांग्रेस आगे चल रही है। राज्य में बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 21 सीटें चाहिए।
मिजोरम विधानसभा में कुल 40 सीटें हैं। यहां 28 नवंबर को हुए मतदान के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 39, कांग्रेस ने 40 और मिजो नेशनल फ्रंट ने 40 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। यहां 15 महिलाओं समेत कुल 209 प्रत्याशी मैदान में थे। इस बार यहां सिर्फ 75 फीसदी लोगों ने ही मताधिकार का इस्तेमाल किया। पिछली बार यह आंकड़ा 83.4 फीसदी तक पहुंचा था।
2013 में हुए मिजोरम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी जीत बरकरार रखी थी। तब कांग्रेस को 40 में से 34 सीट मिली थीं, वहीं पार्टी का वोट शेयर करीब 44 फीसदी रहा था। वहीं मिजो नेशनल फ्रंट को पांच और मिजोरम पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने एक सीट जीती थी। लाल थनहवला 2008 से लगातार यहां के मुख्यमंत्री हैं। इससे पहले राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट की सरकार थी।
टाइम्स नाऊ-सीएनएक्स के पोल के अनुसार, कांग्रेस को 16 सीटें मिलेंगी, जबकि मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को 18 सीटें आएंगी, वहीं 6 सीटें अन्य के पास जाएंगी। रिपब्लिक-सी वोटर के सर्वे पर निगाह डालें तो इसके अनुसार, कांग्रेस को 14-18 सीटें मिलेंगी और एमएनएफ को 16-20 सीटें मिलेंगी और अन्य के खाते में 3-10 सीटें जाएंगी। कुल मिलाकर पोल्स की मानें तो राज्य में इस बार बीजेपी की एंट्री से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ी नजर आ रही है और उसकी कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है।
मिजोरम में भी वोटों की गिनती सुबह आठ बजे शुरू हो जाएगी। एजावल में सुबह मतगणना केंद्र के बाहर भारी पुलिस तैनात नजर आई, जबकि चुनाव अधिकारी पूरी तैयारी के साथ दिखे। कुछ ही देर में साफ हो जाएगा कि इस बार सूबे में कौन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कब्जा जमाएगा।
राज्य में कुल 768,181 मतदाताओं में से 393,685 महिलाएं और 3,74,496 पुरुष मतदाता हैं। इन मतदाताओं ने 209 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला करने के लिए मतदान किया। इन उम्मीदवारों में 15 महिलाएं भी हैं।
मिजोरम में 2003 के बाद ईवीएम का प्रयोग किया गया। अधिकारी ने कहा कि चुनाव के दौरान मिजोरम में बड़ी बात यह रही कि यहां 10,000 से ज्यादा बुजुर्ग मतदाताओं ने वोट डाले, जिनमें 108 वर्ष के पुरुष, 106 वर्ष की महिला व्हील चैयर पर वोट डालने आए। इसके साथ ही 103 वर्ष के एक बुजुर्ग ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
कांग्रेस और एमएनएफ दोनों ने मिजोरम में 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की कोशिश कर रही है और इसने 39 उम्मीदवार उतारे हैं।