Loksabha Election 2019: लोकसभा चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे पास आते जा रहीं हैं सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करते जा रहीं हैं। इस बार जहां कुछ युवा नेताओं को टिकट मिला है वहीं कुछ दिग्गज नेताओं का टिकट काट गया है। इन दिग्गजों में एक नाम पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष और आठ बार के सांसद करिया मुंडा का भी है। झारखंड के इस दिग्गज नेता को इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने टिकट नहीं दिया। टिकट नहीं मिलने पर नाराज मुंडा ने अब खेती की ओर लौटने का मन बना लिया है। मुंडा की जगह पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा को टिकट दिया गया है।

करिया मुंडा ने बीजेपी द्वारा उनका टिकट काटे जाने के बाद रविवार को कहा कि वह अब खेती की ओर लौटेंगे। शनिवार को जारी बीजेपी उम्मीदवारों की सूची में करिया मुंडा का नाम नहीं था। मुंडा पहली बार साल 1977 में सांसद बने थे। उन्हें 2009 में लोकसभा उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया। टिकट कटने से दुखी 82 वर्षीय इस बीटा ने कहा, ‘मैं पहले खेती करता था और वहीं से लोकसभा गया था। अब मैं फिर खेती करूंगा। मैं लोगों की सेवा के लिए राजनीति में था न कि निजी हित के लिए। भगवान ने मुझे बहुत कुछ दिया है।’

शनिवार को पार्टी ने झारखंड की 14 में से 10 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। इनमें से खूंटी सीट जहां से मुंडा चुनाव लड़ते हैं सिर्फ इसी में बदलाव किया गया है। मुंडा के बारे में अक्सर कहा जाता है कि वो बेहद सादगी भरा जीवन जीते हैं। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने भारी मतों से जीत दर्ज की थी। जब भी उन्हें अपने व्यस्त कार्यक्रम से फुर्सत मिलती थी तो वो खेतों में काम करते हुए अक्सर नजर आते हैं। कुछ समय पहले उनकी बेटी की एक तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई थी जो सड़क किनारे बैठकर आम बेचती हुईं नजर आ रही थीं। उनकी बेटी पेशे से टीचर है।