Lok Sabha Election 2019: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग लोकसभा सीट के लिए दूसरे चरण के चुनाव के लिए मतदान सोमवार (29 अप्रैल) को हुआ। आज कुलगाम जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोट डाले गए। इस दौरान क्षेत्र के विभिन्न माईग्रांट पोलिंग बूथ पर वोट डालने गए कश्मीरी पंडितों ने आरोप लगाया कि उन्हें मतदान करने नहीं दिया गया। उनका नाम ही वोटर लिस्ट से गायब मिला। जगटी, पुरखू माईग्रांट कैंप और मुट्ठी में पोलिंग बूथ पर मतदान करने पहुंचे कुछ कश्मीरी पंडितों को बताया गया कि उनका नाम वोटर लिस्ट में मौजूद नहीं है और इस वजह से वे वोट नहीं कर सकते है। इसी तरह की शिकायत कुछ अन्य पोलिंग बूथों पर से भी आयी। इसे लेकर कश्मीरी पंडितों ने काफी रोश व्यक्त किया।
वोट करने से वंचित कश्मीरी पंडितों ने आरोप लगाया, “पहले तो ‘गन कल्चर’ और आतंकवाद की वजह से हमें अपना घर छोड़ना पड़ा। आज साजिश के तहत हमें वोट नहीं देने दिया जा रहा है। कुल लोग जम्मू-कश्मीर में हिंदू वोटरों को वोट देने से रोक रहे हैं।” यह पहली बार नहीं है जब कश्मीरी पंडितों ने इस तरह का आरोप लगाया है। इससे पहले भी अनंतनाग में पहले चरण के मतदान के दौरान 23 मार्च को कश्मीरी पंडितों ने आरोप लगाया था कि करीब 25 से 30 प्रतिशत लोगों को वोट नहीं देने दिया गया था क्योंकि उनके नाम वोटर लिस्ट से गायब थे। बता दें कि इस सीट से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सहित 18 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
दरअसल, 1990 में हिंसा के बाद कश्मीर घाटी से पलायन कर पलायन कर यहां आए कश्मीरी पंडितों के लिए अनंतनाग जिले में 21 माईग्रांट पोलिंग बूथ का निर्माण किया गया है। जम्मू-कश्मीर के वर्तमान हालात को देखते हुए अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र में तीन चरणों में मतदान हो रहे हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में चार जिले अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां और पुलवामा आता है। इसके तहत 16 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। बीते 23 अप्रैल को अनंतनाग जिले में मतदान हुआ था। 29 अप्रैल को कुलगाम में हुआ। वहीं, 6 मई को पुलवामा और शोपियां जिले में मतदान होना है।

