Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे चरण के तहत बिहार की पांच लोकसभा सीटों दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय एवं मुंगेर में सोमवार को संपन्न मतदान के दौरान शाम छह बजे तक 58.92 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इस दौरान मतदान प्रक्रिया को सुचारू पूर्वक संपन्न कराने के लिए स्कूलों, कॉलेजों व सरकारी भवनों में मतदान केंद्र बनाए गए थे। लेकिन मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में स्थित एक मतदान केंद्र चर्चा का विषय बना हुआ है। वजह ये है कि यूं तो आम दिनों में यह सुलभ शौचालय रहता है, जहां लोग सुबह-सुबह ‘हल्का’ होते हैं। वहीं, चुनाव के दिनों में इसे मतदान केंद्र बना दिया जाता है।

मुंगेर लोकसभा के तहत बाढ़ के उमानाथ स्थित सुलभ शौचालय को लगभग सभी चुनावों में मतदान केंद्र में तब्दील कर दिया जाता है। इस मतदान केंद्र का नंबर 167 है। यहां के लोगों ने शौचालय को मतदान केंद्र नहीं बनाए जाने को लेकर कई बार गुहार लगाई है, स्थानीय प्रशासन ने कभी सुध नहीं ली। हर बार की तरह इस बार भी लोकसभा चुनाव के दौरान शौचालय को मतदान केंद्र में बदल दिया गया और मतदाताओं को मतदान करने के लिए इसके आगे कतार में खड़ा होना पड़ा।

बता दें कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आर श्रीनिवास ने बताया कि बिहार के मुंगेर में  55.38 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। वहीं, मतदान के दौरान राज्यस्तरीय नियंत्रण कक्ष में मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से कुल 40 शिकायत भी प्राप्त किए गए। मुंगेर से बिहार के मंत्री और जदयू प्रत्याशी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह राजग उम्मीदवार के तौर पर अपना भाग्य आजमा रहे हैं। यहां उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी और मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी से है।

पिछले, वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव की बात करें तो मुंगेर में कुल 52.40 प्रतिशत मतदान हुआ था। उस समय यह सीट एनडीए की सहयोगी लोजपा के खाते में थी और सुरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी प्रत्याशी थीं। उनका मुख्य रूप से मुकाबला जदयू के ललन सिंह से हुआ था। इस मुकाबले में वीणा देवी ने ललन सिंह को शिकस्त दी थी। इस बार राजनीतिक परिदृश्य बदल गया। जदयू भी एनडीए गठबंधन में शामिल है। लोजपा को मुंगेर सीट की जगह नवादा सीट दी गई। मुंगेर सीट से जदयू के खाते में गई।